इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को बुधवार को घर से नहीं निकलने दिया। यहां एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने फोर्स लगाकर घर में ही नजर बंद करा दिया। मीडिया के सामने तौकीर रजा ने कहा कि यह तानाशाही है, मैने धरने का ऐलान किया था। लेकिन पुलिस ने मुझे घर में ही अरेस्ट करकर रखा है।
धरने के ऐलान के बाद पुलिस ने उनके घर के आसपास के इलाकों से लेकर शहर के रास्तों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है.
शहर के रास्तों को जगह-जगह बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. धरना स्थल इस्लामिया इंटर कालेज मैदान के गेट पर ताला लगा कर बड़ी फोर्स लगाई है. मौलाना करीब 12.30 बजे घर से अपने चार पांच खास लोगों के साथ निकलने की कोशिश में थे. मगर, उन्हें घर के नीचे पुलिस ने रोक लिया. वह वहीं बैठ गए. उन्होंने पुलिस से कहा जाने दीजिए और नहीं जानें दें, तो फिर हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार कर लीजिए.
पुलिस अफसरों ने समझाने की कोशिश की
पुलिस अफसरों ने समझाने की कोशिश की. बोले- आप अंग्रेजों की पुलिस हैं, तो बंद कर दीजिए. अगर हिंदुस्तान की हैं, तो मेरा सहयोग करिए. पूरे प्रदेश में हालात खराब हैं. हम संविधान का राज और अमन चाहते हैं. इसलिए आए हैं. मौलाना तौकीर रजा ने पत्रकारों से कहा कोई भी अच्छी बात कहना चाहता है, उसे बल पूर्वक जबरदस्ती से रोक दिया जाता है. सरकार धारा 144 जबरदस्ती लगाकर रोकने कोशिश करती है. पहले अपने लोगों से हत्या करवाओ. फिर लोगों की जुबां पर ताला लगवाओ. सरकार लोगों को घर से निकलने पर रोक लगाती है. यह अन्याय है, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बोले, मुझे जबरदस्ती रोका गया है.मैं फर्जी एनकाउंटर (हत्या) की जांच करने की मांग कर रहा हूं. बोले, यह हत्याएं अदालत की हत्या हैं.
हर फर्जी एनकाउंटर का विरोध किया है: मौलाना
पत्रकारों ने पूछा कि आप फिर अदालत क्यों नहीं जा रहे हैं ?, आप अशरफ के लिए आए हैं ?. इस पर मौलाना ने कहा कि मैंने हर फर्जी एनकाउंटर का विरोध किया है. जितनी भी हत्याएं हुई है,.उनके विरोध में आया हूं. मैंने विकास दुबे से लेकर सभी हत्याओं का विरोध किया. इन हत्याओं का विरोध नहीं है, मगर अदालतों का काम खत्म किया जा रहा है. इसके विरोध में आया हूं. यह हत्या करने वाले तीन शूटर सिर्फ कैरेक्टर हैं. इनके पीछे कुछ लोग और अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाया. इसमें मुख्यमंत्री शामिल हैं. नहीं तो फिर उन्होंने क्यों कहा कि ‘मिट्टी में मिला दूंगा’. मौलाना तौकीर रजा अपने समर्थकों के साथ बैठे हुए हैं. उनको पुलिस ने चारों तरफ से घेर लिया है. पुलिस से बातचीत चल रही है. इसके साथ ही जगह जगह लोगों को धरने में आने से रोककर वापस किया गया.
प्रशासन ने नहीं दी अनुमति, खास लोगों को नोटिस
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान में धरने को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. पुलिस ने किसी भी तरह का धरना न होने की चेतावनी दे चुकीं है. इसके साथ ही धारा 144 का हवाला देते हुए उनके करीबी राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर नफीस का पूर्व जिला अध्यक्ष नदीम खान मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी और मस्ती एहसान उल्लाह चतुर्वेदी को नोटिस दिया है.
यह हैं मौलाना की मांग
मौलाना तौकीर रजा ने 2 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें मौलाना तौकीर रजा खां ने पत्रकारों से बात कर देश में जंगलराज जैसी स्थिति बताई थी. उनका कहना था कि यूपी के हालात ठीक नहीं हैं, जो किसी से नहीं छिपे हैं, हर पढ़ा लिखा इंसान महसूस कर रहा है.जुल्म की इंतहा हो गई है. विकास दुबे से लेकर अब तक जितने भी एनकाउंटर हुए हैं. उन सब की जांच होनी चाहिए. मौलाना ने आरोप लगाया था कि पुलिस और गुंडों के बीच गठबंधन बन गया है. इसकी सरपरस्ती सरकार कर रही है. उन्होंने प्रदेश में अमन कायम रहने की बात कही थी.
हालातों को बिगाड़ने का आरोप
मगर, हालातों को बिगाड़ने का आरोप लगाया था. सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग कर यूपी में विकास दुबे से लेकर जितने भी एनकाउंटर हुए हैं. इसमें उनको 120 बी (साजिश रचने) का मुल्जिम बनाने की मांग की थी. उनका कहना था कि वह मिट्टी में मिला देंगे की बात कहते हैं, और मिट्टी में मिला देते हैं. उन्होंने कहा कि ये तीन हत्याओं का मामला नहीं है. प्रदेश में हुए सभी मामलों की जांच होनी चाहिए. न्यायलय को जांच करनी चाहिए. धरने को संविधान को बचाने के लिए करने की बात कही थी.