
Megha Patekar पहुंची अलीराजपुर , जिला प्रशासन ने आयोजित किया था नर्मदा डूब क्षेत्र में समस्या निवारण शिविर
– राजेश जयंत
Alirajpur मध्य प्रदेश के पश्चिम सीमांत जनजातीय बहुल अलीराजपुर जिले की उप तहसील छकतला में नर्मदा डूब क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याओं को जानने और उसके निवारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए विशेष शिविर में नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेघा पाटकर भी पहुंची।
कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर के निर्देश पर राजस्व विभाग द्वारा आयोजित इस शिविर में मेधा पाटकर ने क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा और डूब क्षेत्र के गांवों में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर चिंता जताई।
शिविर में आए अधिकांश ग्रामीणों ने पट्टे मिलने के बावजूद कब्जे नहीं मिलने की बात बताई। गुजरात में भूखंडों तथा मुआवजे संबंधी आ रही अड़चनों से अवगत करवाया और जंगल की जमीन के मुआवजे की मांग रखी।

मेधा पाटकर ने डूबखेड़ा गांव का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां सड़क, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बिजली और मोबाइल नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। सिरखड़ी गांव में केवल दो हैंडपंप हैं, और वहां के लोग नदी से पानी लाते हैं। इस गांव में बिजली, आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी नहीं हैं।
सकरजा गांव का स्वास्थ्य केंद्र 16 किलोमीटर दूर होने और वहां नर्स की कमी भी शिविर में सामने आई।
आयोजित शिविर में मौजूद अनुविभागीय अधिकारी वीरेंद्र बघेल, नायब तहसीलदार मामून खान ने मेघा पाटेकर और क्षेत्र के डूब प्रभावित ग्रामीणों की बातों को गंभीरता से सुना और समस्याओं की सूची तैयार करते हुए समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
शिविर में विस्थापित ग्रामीण, पटवारी, पंचायत सचिव और स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे, जिससे ग्रामीणों की समस्याओं को प्रभावी तौर पर उठाने का मौका मिला। कलेक्टर डॉक्टर अरविंद अभय बेडेकर की इस पहल को ग्रामीणों में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है और वे प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
यह शिविर नर्मदा डूब क्षेत्र के लोगों की दशकों से चली आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।





