Mhow-Indore Ukrane News: रात भर 20 KM पैदल चलने के बाद पोलैंड सीमा पर फंसे भारत के हजारों बच्चे, महू के भी कुछ बच्चे शामिल

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दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट

Mhow: भारत के हजारों बच्चे अभी भी यूक्रेन से पोलैंड की सीमा पर आकर फंसे हुए हैं। ये भारतीय दूतावास के आदेश पर आए थे मगर इन्हें रोक दिया गया है।

 

महू से भी कई विद्यार्थी यूक्रेन से भारत आने के इंतजार में है। अभी अभी दर्दनाक वाकये से पता चला है कि यूक्रेन के लीविव से चले सैकड़ों बच्चे रात भर 20 किलोमीटर पैदल चल कर जब पोलैंड के नजदीक पहुंचे तो उन्हें वहां रोक दिया गया। यह कहा गया है कि यह बॉर्डर बंद हो चुकी है जबकि 25 फरवरी को भारतीय दूतावास से यह संदेश दिया था कि आप सबको पोलैंड के एक निर्धारित बॉर्डर पर पहुंचना है, यहां से प्रवेश मिल सकेगा। लेकिन रात भर चलने के बाद यह लोग वहां पहुंचने के बाद हताश हो गए हैं जब इन्हें रोक दिया गया है। अब इनके पास खाने-पीने से लेकर तमाम प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही है। ठंड जबरदस्त है और कुछ बच्चे हाइपोथर्मिया से बीमार भी पड़ते जा रहे हैं।

यह बात महू में नम्रता रावत की बिटिया सिरन्या सिंह और डॉक्टर अश्विन जायसवाल के पुत्र साहिल ने अपने पालकों को बताई।

साहिल अपने मित्रों के साथ किराए की बस से यहां तक पहुंचा था। इन्हें भी 8 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा है और अब वह हताश हो गए हैं।

सभी को अब आगे क्या करना है समझ में नहीं आ रहा है। इंतजार कर रहे हैं कुछ अच्छे होने का।