Rajkot : राज्य सरकार के एक मंत्री अरविंद रैयानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा। इसमें वे खुद पर लोहे की जंजीर बरसाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा मंत्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा ने अपने मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि अंधविश्वास और आस्था के बीच महीन सा अंतर है, जिसे समझने की जरूरत है।
अरविंद रैयानी गुजरात सरकार में परिवहन, नागरिक उड्डयन और पर्यटन राज्य मंत्री हैं। उनका एक वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें वे खुद को लोहे की जंजीर से मार रहे हैं। इसके बाद भाजपा नेता ने वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने राजकोट में अपने पैतृक गांव में कुल देवता के मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था। देवता की पूजा के लिए वह धार्मिक परंपराओं को पूरा कर रहे थे। वे 16 साल से इस परंपरा में भाग ले रहे हैं।
कांग्रेस ने बोला हमला
वीडियो के बारे में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि मंत्री होने के बावजूद अरविंद रैयानी अवैज्ञानिक हरकतें कर रहे हैं। वे पाखंडी की तरह अंधविश्वास फैला रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग गुजरात सरकार में मंत्री हैं।
भाजपा ने बचाव किया
गुजरात भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विपक्षी दल को आस्था और अंधविश्वास के बीच के अंतर को समझने की जरूरत है। यह किसी के व्यक्तिगत धार्मिक विश्वास का मामला है। आस्था और अंधविश्वास को अलग करने वाली महीन रेखा होती है। हर किसी के पूजा करने के अपने अलग तरीके होते हैं। पारंपरिक रीति-रिवाजों को अंधविश्वास नहीं कहा जाना चाहिए। कांग्रेस को धार्मिक भावनाओं को आहत करने से बचना चाहिए।