

सख्त मिजाज और प्रभाव में नहीं आने वाले IPS अफसर SIT में, बढ़ सकती है मंत्री विजय शाह की मुश्किलें
भोपाल : कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने के मामले में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें अब और बढ़ सकती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने इस संबंध में सोमवार की रात को SIT का गठन किया। जिसमें तीन IPS अफसरों को शामिल किया गया है। तीनों ही अफसर सख्त मिजाज और किसी की स्थिति में किसी के भी प्रभाव में आने वाले अफसर नहीं हैं। सागर पुलिस जोन के आईजी प्रमोद वर्मा, डीआईजी एसएएफ कल्याण चक्रवर्ती और एसपी डिंडौरी वाहिनी सिंह को इसमें शामिल किया गया है। जांच और तथ्यों को जुटाने में तीनों ही अफसरों का काम काज अच्छा माना गया है। मंगलवार सुबह से भी एसआईटी ने काम करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों की मानी जाए तो तीनों ही अफसरों को रात में ही बता दिया गया था कि उन्हें SIT में लिया जा रहा है। साथ ही आला अफसरों ने यह भी निर्देश दिए गए है कि जल्द से जल्द इस पूरे मामले की जांच की जाए, इस दौरान बिना किसी दबाव के जांच की जाए। हालांकि तीनों ही अफसर ऐसे हैं जो किसी के भी दबाव में नहीं आते हैं। तीनों ही अफसरों की जल्द ही मीटिंग हो सकती है। SIT के तीनों सदस्यों ने FIR अपने पास बुला ली है और उसका अध्ययन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट जबलपुर ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे, इसके बाद विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर को लेकर भी हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई थी। अब इसमें इन तीनों अफसरों की जांच में आगे के तथ्य जुड़ते चले जाएंगे। SIT को अपनी पहली स्टेटस रिपोर्ट 28 मई को पेश करना होगी।