Minister Wore Slippers : 65 दिन बाद ऊर्जा मंत्री ने इसलिए चप्पल पहनी!
Gwalior : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने 65 दिन बाद चप्पल पहन लीं। उन्हें केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चप्पल पहनाईं। ऊर्जा मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में तीन सड़कें नहीं बनने तक 20 अक्टूबर को जूते-चप्पल त्यागे थे। अब इन सड़कों का करीब 80-90% काम पूरा गया। सिंधिया ने कहा कि अब तो बन गई सड़कें, पहन लो चप्पल! महाराज का आदेश मानकर प्रद्युम्नसिंह तोमर चप्पल पहन ली। वैसे ऊर्जा मंत्री अपनी उल-जुलूल हरकतों के लिए चर्चित रहते हैं। शनिवार को उन्होंने एक जगह गजक बनती देखी, तो उसे कूटने बैठ गए! यह वीडियो भी जमकर वायरल हुआ।
आज ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर आए। नदीगेट पर पोलिंग बूथ के कार्यक्रम में उन्होंने ऊर्जा मंत्री को चप्पल पहनाईं। सिंधिया ने मंत्री तोमर के लिए बाजार से नई चप्पल मंगाई। कार्यक्रम में ही अपने हाथों से पहनाई।
इस दौरान सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री से कहा कि आपका संकल्प जनता के हित में था और वह सफल हुआ है। सिंधिया के चप्पल पहनाए जाने के बाद ऊर्जा मंत्री ने भी उनका आभार माना। कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोग से ही यह हो पाया है।
बताते हैं कि ऊर्जा मंत्री 65 दिन तक बिना चप्पल-जूतों के रहे। इस दौरान वे सड़कों पर नंगे पैर ही निरीक्षण करते थे, रात को घूमते थे और पूरे प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में, यहां तक कि शादियों में भी नंगे पैर ही पहुंचते थे। चप्पलें पहनने के बाद ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि जिन सड़कों के लिए मैंने चप्पल त्यागी थी, उनमें से गेंडेवाली सड़क और लक्ष्मण तलैया में काम 90% तक पूरा हो गया। तीसरी रोड जेएएच रोड थी, यहां भी 60% काम हो चुका। मैं आभार मानता हूं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, नरेंद्र सिंह और हमारे ज्योतिरादित्य सिंधिया का, जिनके सहयोग से यह सड़कें बनीं। प्रदेश सरकार सड़कों के लिए लगातार फंड दे रही है। जल्द और भी सड़कों का काम पूरा होगा।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर 20 अक्टूबर को भोपाल से लौटने के बाद अपनी विधानसभा क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्ष्मण तलैया, गैंडेवाली सड़क और जेएएच रोड को खुदा पड़ा देखा था। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया था कि किस तरह सड़क उनको दर्द दे रही हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़कें बनाने के नाम पर महीनों से खुदी पड़ी हैं। इसके बाद जनता का दर्द खुद महसूस करने के लिए और सड़कों को जल्द बनवाने का संकल्प लेकर ऊर्जा मंत्री ने उसी दिन से चप्पल-जूते त्यागने की घोषणा कर दी थी। उनका प्रण था कि वे खुद भी तब तक चप्पल नहीं पहनेंगे, जब तक कि ये तीनों सड़कें चलने लायक नहीं हो जाएंगी।
कांग्रेस ने कहा नौटंकी
कांग्रेस ने मंत्री के जूते त्यागने काे सीधे-सीधे नौटंकी बताया था। कहा था कि वे अपनी ही सरकार में सड़कें नहीं बनवा पा रहे हैं, तो चप्पल नहीं, पद छोड़ देना चाहिए। फिर चप्पलें पहनने पर कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि फिर चप्पलें पहनना भी उनकी नौटंकी का हिस्सा है। लोगों ने तो अगले दिन ही उन्हें चप्पलें पहने देखा था।
ऊर्जा मंत्री हमेशा अपने कामकाज के तरीकों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। कभी वे हाथ से टॉयलेट साफ करने लगते हैं। कभी नाले में उतरकर सफाई करते हैं। ऊर्जा मंत्री हैं तो बिजली के ट्रांसफार्मर के आसपास की झाड़ियां उखाड़ने लगते हैं। ऊर्जा मंत्री ने शनिवार को गजक कूटी।