MLA Surrounded SP Office : BJP विधायक ने SP ऑफिस का घेराव कर रिश्वत के 3 लाख वापस मांगे!

मामला दर्ज करने के लिए रिश्वत लेने के दो आरोपी हेड कांस्टेबल निलंबित!

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MLA Surrounded SP Office : BJP विधायक ने SP ऑफिस का घेराव कर रिश्वत के 3 लाख वापस मांगे!

Agar Malwa : भाजपा के आगर मालवा विधायक मधु गहलोत ने अपने समर्थकों के साथ एसपी ऑफिस में हंगामा किया और 3 लाख रिश्वत लेने वालों पर कार्रवाई की मांग की। पहुंचे। इसके बाद दो हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया। आगर कोतवाली थाने के दो हेड कॉन्स्टेबल पर शिकायत दर्ज करने के बदले में 3 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप लगे थे।

इसकी जानकारी जब भाजपा विधायक मधु गेहलोत को लगी तो उन्होंने समर्थकों के साथ गुरुवार रात एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया। जिसके बाद एसपी विनोद कुमार सिंह ने हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र सिंह भाटी और हेड कॉन्स्टेबल राधेश्याम विश्वकर्मा को निलंबित कर मामले की जांच सीएसपी को सौंप दी। एक जमीन के सौदे में विक्रय पत्र संपादित होने के बाद पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में एक पक्ष ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद दूसरे पक्ष ने भी शिकायती आवेदन दे दिया।

केस दर्ज करने के बदले 28 अप्रैल को दोनों हेड कॉन्स्टेबल को 3 लाख रुपए रिश्वत दी गई। 1 मई को धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया। इस पूरे मामले की जानकारी विधायक मधु गहलोत को 16 मई को लगी। विधायक ने कहा कि जिले की पुलिस भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। इस तरह की रिश्वतखोरी करने से सरकार बदनाम होती है। जो रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो सबको हिला कर रख दूंगा। चाहे 100 गाड़ी ले कर जाना पड़े, सीएम हाउस पर धरने पर बैठूंगा। विधानसभा में ऐसे भ्रष्ट लोग नहीं चाहिए। मैं भ्रष्ट हुआ तो काट दो मेरा टिकट, मैं इस्तीफा दे दूंगा।

क्या था यह पूरा मामला

आवेदनकर्ता डॉ. नरेन्द्र सिंह ठाकुर और गिरिराज बंसिया ने बताया, झलारा में एजाज अहमद से 1 करोड़ 75 लाख रुपए में जमीन का सौदा किया था। उसे 52 लाख रुपए नकद दिए थे। बाकी की राशि चेक से दी, लेकिन उसने बाहर जाने की बात कही और चेक वापस कर दिया। इसके बाद हमने बची हुई राशि उसके खाते में आरटीजीएस और दलाल के माध्यम से जमा कराई।

सौदे की पूरी राशि देने के बाद भी उसने झूठी शिकायत कर वकील के जरिए नोटिस भेजा और 75 लाख रुपए की मांग की। जिस पर हमने कोतवाली थाना में आवेदन दिया। यहां केस दर्ज करने के लिए दोनों हेड कॉन्स्टेबल ने 3 लाख की मांग की। हमने राशि भी दे दी। इसके बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया। दबाव बनाने पर तीन दिन बाद एजाज खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया।