Mobile Recharge Expensive : मोबाइल का उपयोग अब महंगा, 3 जुलाई से जिओ, एयरटेल ने दर बढ़ाई!
New Delhi : लोकसभा चुनाव के खत्म होते ही टेलीकॉम कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी। गुरुवार को देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने मोबाइल टैरिफ में 12% से 15% बढ़ोतरी की घोषणा की थी। अगले दिन भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने भी मोबाइल टैरिफ की दरों में 10% से 21% इजाफे का ऐलान कर दिया।
बढ़ा हुआ टैरिफ 3 जुलाई से लागू होंगे। कंपनी की इस घोषणा के बाद पोस्टपेड और प्रीपेड दोनों प्लान महंगे होंगे। जियो और एयरटेल के बाद अब वोडाफोन आइडिया के भी रेट में इजाफा करने की संभावना है। टेलीकॉम कंपनियों ने नवंबर 2021 के बाद पहली बार टैरिफ में बड़ा इजाफा किया है। इसका मकसद एवरेज रेवेन्यू पर यूजर बढ़ाना है।
जानकारों का कहना है कि टेलीकॉम कंपनियों ने 5जी सर्विसेज के लिए भारी निवेश किया है। मसलन जियो और एयरटेल ने 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है लेकिन अब तक उन्हें इस इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न नहीं मिला है। मई में एयरटेल के एमडी गोपाल विट्टल ने कहा था कि इंडस्ट्री का रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड बढ़ाने के लिए टैरिफ में भारी बढ़ोतरी की जरूरत है। मोबाइल टैरिफ के साथ-साथ ब्रॉडबैंड सर्विस का टैरिफ भी बढ़ाया गया है।
जानकारों का कहना है कि टेलीकॉम ऑपरेटर टैरिफ बढ़ाकर 5जी में अपने पूंजीगत निवेश का मॉनिटाइजेशन कर सकते हैं। टैरिफ में बढ़ोतरी से ग्राहकों की संख्या में गिरावट आने की आशंका नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें हाई स्पीड कनेक्टिविटी मिलती रहेगी, उपभोक्ता दूरसंचार सेवाओं के लिए भुगतान करने को तैयार रहेंगे। वायरलेस पैक की कीमत में वृद्धि से भारती एयरटेल और जियो को सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद है। मुंबई के एक ब्रोकरेज एनालिस्ट ने बताया कि वोडाफोन के ग्राहकों की संख्या में लगातार कमी आई है जिससे उसने टैरिफ बढ़ोतरी और लो वैल्यू पैक से ग्राहकों के अपग्रेडेशन का फायदा गंवा दिया।