बिहार में ‘मोहन’ के प्रदर्शन पर ‘मोदी-शाह’ की नजर…

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बिहार में ‘मोहन’ के प्रदर्शन पर ‘मोदी-शाह’ की नजर…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

बिहार विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक डॉ. मोहन यादव के प्रदर्शन पर वैसे तो सबकी नजर है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की खास नजर है। वैसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार में मतदाताओं को यह भरोसा दिलाया है कि वहां पर एनडीए की सरकार बन रही है। लेकिन मूल बात यही है कि मतदाता डॉ. मोहन यादव के भरोसे पर कितना खरा उतर उतर पा रहे हैं। और क्या यह भरोसा मोहन के परफॉर्मेंस पर खरा उतरकर यह साबित कर पाएगा कि कृष्ण के वंशजों ने मोहन को मन में बसा लिया है? बस अब 5 दिन बाद ही यह सब साफ होने वाला है। पर इसमें कोई दो राय नहीं कि मोहन यादव ने बिहार के मतदाताओं को कृष्ण के वंशज होने की कसौटी पर खरा उतरने की भावनात्मक अपील तो कर ही दी है। और यह भी अपील कर डाली है कि कृष्ण और कंस एक ही कुल के वंशज हैं और बिहार में मतदाता कंस के समर्थकों को नकारकर और कृष्ण के समर्थकों पर अपना प्यार उड़ेलकर कृष्ण के वंशज होने का अपना फर्ज निभाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 9 नवंबर 2025 को बिहार के ढाका विधानसभा क्षेत्र में रोड-शो कर पूर्वी चंपारण जिले की चिरैया सहित नरकटिया एवं मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाओं को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि कंस और श्रीकृष्ण एक ही कुल के थे, लेकिन बिहार की जनता जानती है किसे चुनना है? एनडीए सरकार बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। परिवारवादी पार्टियाँ जनता का नहीं, सिर्फ अपना विकास करती हैं और मतलब यही कि परिवारवाद को नकारकर एनडीए सरकार फिर बनाएं। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत का मान विश्व स्तर पर बढ़ाया है और भाव‌ यही कि बिहार में मतदाता मोदी का मान बढ़ाना न भूलें। यह चुनाव गुंडों को ठिकाने लगाने और विकास का नया अध्याय लिखने का है। और भरोसा जताया कि जनता का स्नेह बता रहा है, बिहार ने फिर एनडीए सरकार का निर्णय ले लिया है।

इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार के बांका जिले की बेलहर, मोतिहारी जिले की पिपरा एवं बोधगया विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में सभाओं को संबोधित किया था। तब भी कहा था कि बिहार का थर्मामीटर बता रहा है कि बिहार में फिर एनडीए की सरकार बन रही है। कहा था कि हम कृष्ण के वंशज हैं, कालिया नाग के फन पर नाचना जानते हैं। अब बिहारी बाबू समझ ही जाएंगे कि कालिया नाग कौन है और मोहन का इशारा किस तरफ है। और भी खुलकर कहा कि बिहार की बहार, एनडीए सरकार, दिल्ली में मोदी जी बिहार में नीतीश कुमार। राहुल गांधी पर भी तंज कसा था कि वह हार मानकर चुनाव छोड़ पचमढ़ी की वादियों में घूम रहे हैं।

इससे पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार के मधुबनी जिले के बिस्फी एवं गयाजी जिले के वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया था। तब कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी विकास और सांस्कृतिक अभ्युदय की राह पर देश को आगे बढ़ा रहे हैं। विकास का पहिया तब ते चलता है जब सुरक्षा मजबूत और राजनीति पारदर्शी हो। कलयुग में वोटिंग का अधिकार ही जनता का सुदर्शन चक्र है। एनडीए गरीब, युवा, महिला और किसान सभी की बेहतरी चाहता है। वहीं अपने कर्मों के कारण बिहार में कांग्रेस की बैंड बजने वाली है।

यानी कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बिहार के भविष्य को संवारने, भारत को विकसित राष्ट्र बनाने, एनडीए प्रत्याशियों को विजयी बनाने जैसे मुद्दे बिहारी मतदाताओं की तरफ फेंक चुके हैं। राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहते रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने सदैव राष्ट्रहित के लिए कार्य किया और वैश्विक स्तर पर भारत का मान बढ़ाया। तो भरोसा जता चुके हैं कि बिहार की धरती भी विकसित भारत बनाने एनडीए को अपना समर्थन देने का मन बना चुकी है। श्री राम के अस्तित्व को नकारने, देश के विकास में अवरोध उत्पन्न करने वालों को सबक सिखाने को तैयार है।

तो मोहन को सुनने जिस तरह बिहार में मतदाताओं की भीड़ लगी उससे यही लगता है कि मोहन की मेहनत रंग लाएगी। हालांकि मोदी के रंग में रंगे मोहन की मेहनत कितना रंग लाएगी, यह भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन ‘बाल दिवस’ पर सामने आने वाला है। उस दिन गुलाब के फूल माला बनकर किसके गले में सुशोभित होंगे और महकेंगे, मोदी-मोहन, राहुल-लालू और नीतीश कुमार सबके सामने आने ही वाला है…पर खास बात यही है कि बिहार में ‘मोहन’ के प्रदर्शन पर ‘मोदी-शाह’ की नजर अवश्य रहेगी…।

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।