Mohit Won The Gold Medal : रतलाम के मोहित के प्रदर्शन से भारत ने जीता स्वर्ण
Ratlam : रतलाम बास्केटबॉल कॉरपोरेशन रेलवे कॉलोनी सीनियर रेलवे खेल इंस्टिट्यूट बास्केटबॉल खेल मैदान के खिलाड़ी मोहित जोगचंद के जोरदार प्रदर्शन की मदद से भारतीय टीम ने श्रीलंका में आयोजित फीबा दक्षिण एशियाई जोन बास्केटबाल (अंडर-16) चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।फाइनल में भारतीय टीम ने मेजबान श्रीलंका की टीम को 62-55 अंकों से हराया।भारतीय टीम के कोच असदउल्ललाह खान (रीवा) भी मध्यप्रदेश के हैं।
कॉरपोरेशन अध्यक्ष सुशील अजमेरा,सुरेंद्र सिंह धीमन,देवेंद्र वाधवा ने बताया कि कोलंबो में खेले गए टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।फाइनल के पहले क्वार्टर में श्रीलंकाई टीम 16-14 अंकों से आगे थी।इसके बाद दूसरे क्वार्टर में भी मेजबान टीम ने 36-34 अंकों के साथ अपनी बढ़त कायम रखी। तीसरे क्वार्टर में मध्यप्रदेश के रतलाम थावरिया बाजार निवासी मोहित जोगचंद अपने व साथियों के सहयोग से मैच को भारत के पक्ष में कर दिया।मोहित ने तीन पाइंट के तीन बास्केट किए।यहां से भारत ने बढ़त बनाई और यह क्वार्टर 53-46 अंकों के साथ भारत के पक्ष में रहा।चौथे और अंतिम क्वार्टर में भारतीय टीम ने सात अंकों की बढ़त कायम रखी और अंतिम स्कोर 62-55 रहा।
*इंदौर में टीम ने की थी तैयारी*
भारतीय टीम की जीत में मोहित के अलावा हरजीत सिंह,लोकेश शर्मा और अदवन ने शानदार प्रदर्शन किया।कोलंबो जाने से पहले भारतीय टीम की तैयारियां शिविर इंदौर में ही आयोजित किया गया था।इससे खिलाड़ियों का प्रदर्शन और टीम संयोजन बेहतर हुआ।
इस जीत के आधार पर भारतीय टीम ने दोहा (कतर) में 17 से 24 सितंबर तक आयोजित फीबा एशिया बास्केटबाल चैंपियनशिप में खेलने की पात्रता हासिल की।
बता दें कि मोहित ने तैयारी रतलाम में कोच विक्रम बाथव व राजेंद्र प्रजापति के मार्गदर्शन में की थी।मोहित की इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश बास्केटबॉल संघ के कुलविंदर सिंह गिल,कारपोरेशन के उषा गुप्ता,अब्दुल सलाम, फहीम खान,गौरव अजमेरा,संजय वशिष्ट, सुनील दुबे,अमिता अय्यर ने प्रसन्नता व्यक्त की हैं।
*रतलाम कार्पोरेशन से की शुरुआत*
मामले में खेल प्रवक्ता राकेश पोरवाल ने मीडियावाला को बताया की थावरिया बाजार निवासी मोहित रतलाम कार्पोरेशन से बास्केटबाल खेलना शुरू किया।रेलवे बास्केटबाल ग्राउंड पर 4 साल की तैयारी के बाद यूथ नेशनल अंडर-17 में रजत पदक जीता।भारतीय टीम के चयन के लिए आए 145 खिलाड़ियों में से मोहित का स्थान 12 वां रहा था।इसके बाद टीम में Shot हुआ।मोहित ने अभावों में हार न मानकर खेल में यह मुकाम हासिल किया मोहित के पिता पेटी बनाने का काम करते हैं जबकि मां गृहणी हैं।