Monsoon Update : जुलाई में सामान्य बारिश, पर उमस से मुक्ति नहीं मिलेगी!
New Delhi : देर से ही सही पर मानसून ने देशभर में अपना असर दिखा दिया। देश के अधिकांश राज्यों में 15 दिन से बारिश हो रही है। जून में बारिश 10% कम हुई, पर जुलाई में देशभर में मानसूनी बारिश सामान्य रहेगी। इस बार उन इलाकों के किसानों को फायदा होगा, जहां खेती बारिश पर निर्भर रहती है। तापमान की बात करें तो जुलाई में ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा, ऐसे में लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्रवार को मौसम विभाग ने जानकारी दी कि जुलाई में पूरे देश में मानसून का औसत ‘सामान्य’ रहने की उम्मीद है। जुलाई में मानसून की बारिश 94% से 106% तक होने के आसार हैं। लेकिन, पंजाब, हरियाणा और यूपी समेत उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में कम बारिश के आसार हैं। इन राज्यों में भले ही सिंचाई के लिए किसान बारिश पर निर्भर नहीं रहते, लेकिन इसके बाद भी बारिश के कम होने से नुकसान हो सकता है।
उत्तर भारत में जहां कम बारिश होगी, वहीं मध्य भारत और आसपास के दक्षिण प्रायद्वीपीय और पूर्वी भारत, उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इन इलाकों के किसानों के लिए मॉनसून काफी राहत भरा रहेगा। इन राज्यों में बुआई का काम आसानी से जारी रहेगा।
अल नीनो भी असर दिखाएगा
बारिश और तापमान के बारे में जानकारी देते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर अल नीनो प्रभाव की संभावना भी जताई। हालांकि मॉनसून सीजन के बचे हुए दिनों के दौरान हिंद महासागर डिपोल (आईओडी) की स्थिति सकारात्मक होने की संभावना है। अगर तापमान की बात करें तो जुलाई महीने में उत्तर पश्चिम और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में पारा सामान्य से ऊपर रहेगा। यानी जुलाई में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
देश के इन इलाकों में मानसून रूठा
उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व प्रायद्वीपीय भारत के कई क्षेत्रों में मानसून लोगों के लिए निराशा भरा रहेगा। इन क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक किसानों को सिंचाई के साधन और भूमिगत जल पर उनकी निर्भरता को ध्यान में रखते हुए ही फसल बोनी पड़ेगी।