Mother Saved her Son : मां ने कहा ‘थोड़ा दिवस रोकाई जा ने बेटा, मां के आंसू देख बेटा रुक गया और जान बच गई!

अहमदाबाद के उस प्लेन में लंदन जाने वाले यमन व्यास मां के रोकने पर रुक गए! 

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Mother Saved her Son : मां ने कहा ‘थोड़ा दिवस रोकाई जा ने बेटा, मां के आंसू देख बेटा रुक गया और जान बच गई!

Vadodara : माँ ने कहा ‘थोड़ा दिवस रोकाई जा ने, बेटा! … इतना कहकर यमन व्यास की मां की आंखों में आंसू आ गए। मां के आंसुओं को देख यमन के हाथों से बैग छूट गए और कदम वहीं थम गए। वे नहीं गए और उनकी जान बच गई। यमन व्यास उन खुशकिस्मत लोगों में हैं, जिन्‍होंने अहमदाबाद में क्रैश हुई एयर इंडिया की फ्लाइट में टिकट बुक करा रखी थी, लेकिन विमान में सवार नहीं हुए और उनकी जान बच गई।

यमन अपनी मां के आंसुओं की वजह से बच गए। अगर यमन की मां उन्हें रुकने के लिए नहीं बोलती, तो शायद आज यमन का नाम भी हादसे के शिकार हुए लोगों की लिस्ट में हो सकता था। यमन लंदन से 2 साल बाद घर आया था और अगले एक साल तक उसके फिर से लौटने की कोई प्लानिंग नहीं थी। ऐसे में यमन की मां को एक साथ तक बेटे से दूर रहने का गम सता रहा था। मां के मन के ये भाव यमन के घर से बाहर जाने से पहले जुबान पर आ गए।

यमन कई सालों से यूके में वर्क परमिट पर काम कर रहे हैं। वे लंदन में एक वेयर हाउस में काम करते हैं। लगभग दो साल बाद यमन अपने घर वडोदरा आए थे। कुछ दिनों तक यमन वडोदरा में रुके अपने सगे-संबंधियों और यार-दोस्तों से मिले। 12 जून को यमन ने वापसी का टिकट करवा लिया था। यमन ने वीजा से लेकर टिकट तक सभी जरूरी कागजात तैयार कर लिए थे। तय था कि यमन 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट से लंदन लौट जाएंगे। यमन के लंदन लौटने का समय आया तो उनकी मां बेहद भावुक हो गईं।


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यमन को जाते हुए देखकर मां का मन दुखी था, आंखों से आंसू बहने लगे। मां ने कहा ‘थोड़ा दिवस रोकाई जा ने, बेटा (यानी कुछ दिन और रुक जाओ, बेटा) ‘ मां की आंखों में आंसू देख यमन का मन भी भर आया। इस बीच यमन के पिता ने भी कहा कि कुछ दिन बाद चले जाना। ऐसे में यमन ने फैसला किया कि वह आज लंदन वापस नहीं जाएगा। यमन ने अपना टिकट कैंसल करवा लिया।

दोपहर को यमन के पैरों तले जमीन खिसक गई, जब उसने सुना कि वो प्लेन क्रैश हो गया है, जिसमें उसे लंदन जाना था. इस विमान में सवार सिर्फ एक व्‍यक्ति जीवित बच पाया है, बाकी सभी मारे गए हैं. ऐसे में यमन को अहसास हुआ कि मां के आंसुओं ने उसकी जान बचा ली। मां ने यमन को एक तरह से दूसरा जन्म दिया है।