BJP Core Group Delhi Meeting Implementation
Bhopal : दिल्ली में गुरुवार को हुई भाजपा कोर ग्रुप (BJP Core Group) की बैठक में संघ की समन्वय समिति के प्रभारी अरुण कुमार ने शिवराज सरकार के कुछ मंत्रियों के परफॉर्मेंस पर सीधी उंगली उठाई। बैठक में कुछ मंत्रियों को हटाए जाने, कुछ के विभाग बदले जाने पर भी चर्चा हुई। मंत्रिमंडल में अभी चार पद खाली है, इन पदों को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लाभ-हानि के गणित के हिसाब से भरा जा सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संघ पदाधिकारियों को जो रिपोर्ट मिली, उसके मुताबिक कुछ मंत्रियों के परफॉर्मेंस पर सीधी टिप्पणी की गई। इनमें से कुछ को मंत्रिमंडल से बाहर करने के निर्देश दिए जाने की जानकारी मिली। चार नए मंत्रियों में एक निमाड़ से, एक महाकौशल क्षेत्र से, एक चंबल इलाके से और एक मालवा इलाके से लिए जाने पर विचार किया जा रहा है। प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार की कवायद लंबे समय से चल रही है।
जिन्हें मंत्री बनाया जाना है, उन विधायकों की सूची अमित शाह के प्रदेश के दौरे के समय ही फाइनल होने की भी जानकारी मिली है। दिल्ली हाई कमान से मुहर लगते ही प्रदेश के नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण होने के आसार हैं। प्रदेश के नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह अगर आगामी 2 मई को हो जाय तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
BJP Core Group Delhi Meeting Implementation
जिन मंत्रियों के विभाग बदले जाना संभावित है उनमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह और ऊर्जा मंत्री प्रधुम्नसिंह तोमर के नाम लिए जा रहे हैं। दो से तीन मंत्रियों को हटाया जाने के भी आसार हैं। इनमें पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल के साथ दो और मंत्रियों को हटाया जा सकता है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि चार नए मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाई जा सकती है। लेकिन, ये चार नए मंत्री कौन हो सकते हैं, इसके लिए कई तरह के कयास लग रहे हैं। लेकिन, सुलोचना रावत को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना लगभग तय समझा जा रहा है। क्योंकि, वे जोबट उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आई थी और चुनाव भी जीती। तब उन्हें मंत्री बनाने का वादा भी किया गया था। इसके अलावा इंदौर-2 के विधायक रमेश मेंदोला को लिए जाने की भी चर्चा हैं, जो लगातार दो बार सर्वाधिक वोटों से चुनाव जीते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रमेश मेंदोला को आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पार्टी की जवाबदारी सौंपी जा सकती है। वह जोबट विधानसभा उपचुनाव में भी अग्रणी भूमिका में थे जहां बीजेपी को जीत हासिल हुई थी। महाकौशल की पाटन विधानसभा से अजय विश्नोई और विंध्य से राजेन्द्र शुक्ला को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। यदि ग्वालियर-चम्बल क्षेत्र से किसी को शामिल किया जाता है तो संभावित में से किसी का नाम कट सकता है।