MP Cabinet Expansion: पहली बार के विधायकों को नो एंट्री, नामों को लेकर बना हुआ है सस्पेंस
भोपाल:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा,इस पर अभी पूरी तरह सस्पेंस बना हुआ है। दिल्ली में पहले ही यह तय हो चुका है कि पहली बार के विधायकों को मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं मिलेगी।
पता चला है कि सीएम डॉ मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा कल फिर दिल्ली जा रहे है। दोनों नेता दो दिन दिल्ली में रहेंगे और फाइनल सूची लेकर दिल्ली से भोपाल जाएंगे। करीब 20 से 22 मंत्री शपथ ले सकते हैं। शपथ ग्रहण राजभवन में होगा।
सूत्रों की मानी जाए तो यह लगभग तय हो गया है कि भाजपा ने जिन सांसदों को विधायक का चुनाव लड़ाया था। इनमें से जो जीते हैं, वे सभी मंत्री बनेंगे। इनके पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व सांसद रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। भाजपा के सबसे सीनियर विधायक में शुमार गोपाल भार्गव, जयंत मलैया,अजय विश्नोई, भूपेंद्र सिंह के नाम को लेकर संशय बना हुआ है।
*पहली बार के विधायकों को नो एंट्री*
राजस्थान में पहली बार के विधायक को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद मध्य प्रदेश में पहली बार चुने गए भाजपा विधायकों को उम्मीद जागी थी कि उनके से कुछ मंत्री बन सकते हैं, लेकिन पहली बार के विधायकों की मंत्रिमंडल में फिलहाल एंट्री नहीं होगी। पहली बार के विधायकों को इस मंत्रिमंडल विस्तार में जगह नहीं दी जाएगी।
*नए-पुराने चेहरों से मिलकर बनेगा मंत्रिमंडल*
यह भी लगभग साफ हो गया है कि मंत्रिमंडल में सभी नए चेहरे नहीं होगे। इसमें पुराने और नए चेहरों का मिश्रण होगा। विष्णु खत्री, आशीष शर्मा जैसे नए चेहरे भी दिखाई दे सकते हैं। करीब आठ से दस नए मंत्री हो सकते हैं, बाकी के पुराने चेहरे ही फिर से मंत्रिमंडल में दिखाई दे सकते हैं।