समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में पिछड़ा MP, अब 11 दिन बढ़ाई अवधि
भोपाल: चुनावी साल में समर्थन मूल्य पर गेहूें खरीदी के लिए न्यूनतम सपोर्ट प्राइज में डेढ़ सौ रुपए प्रति क्विंटल इजाफा करने और सवा सौ रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिए जाने के बाद भी पिछले साल की खरीदी से ही 24 लाख मीट्रिक टन पीछे रहने वाले मध्यप्रदेश ने खरीदी के टार्गेट को पूरा करने अब समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 11 दिन की अवधि बढ़ा दी है। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 20 मई को खत्म हो रही थी अब इसे 31 मई तक बढ़ा दिया गया है।
मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में पिछड़ने इस साल के अस्सी लाख मीट्रिक टन की पूर्ति नहीं हो पाने और पिछले साल की खरीदी से ही 24 लाख मीट्रिक टन पीछे रहने को लेकर प्रदेशटुडे ने विस्तार से समाचार प्रकाशित किया था। इतनी अधिक कम गेहूं खरीदी होंने पर अब राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की अवधि बढ़ा कर 31 मई कर दी है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग तथा नागरिक आपूर्ति निगम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए नोडल विभाग है। लेकिन इस बार गेहूं खरीदी के लिए सरकार किसानों को एमएसपी बढ़ाकर और बोनस देकर भी आकषित नहीं कर पाई। प्रदेश टुडे की खबर के बाद अब राज्य सरकार ने पिछले साल के बराबर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी करने के लिए खरीदी की अवधि बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर होंने वाली गेहूं खरीदी के लिए मिनिमम सपोर्ट प्राइज एमएसपी में डेढ़ सौ रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि की है। इस बार किसानों को मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रति क्विंटल 125 रुपए बोनस भी दिया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी प्रदेश में इस बार पिछले साल की अपेक्षा 24 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी कम हो पाई है। पहले समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी बीस मई तक ही होना था। खरीदी में अब चंद दिन शेष रह गए थे ऐसे में खरीदी का लक्ष्य पूरा होंना मुश्किल लग रहा था। इसलिए अब खरीदी की अवधि बढ़ा दी गई है।
पिछले साल के बराबर भी नहीं हुई खरीदी-
मध्यप्रदेश में पिछले साल 2 हजार 125 रुपए क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की गई थी। उस समय प्रदेश में सत्तर लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई थी। इस वर्ष लोकसभा चुनाव के बीच समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी होना था। केन्द्र सरकार ने चुनाव को ध्यान में रखते हुए उदारता बरती और समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2275 रुपए प्रति क्ंिवटल कर दिया। यही नहीं मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाले बोनस पर जो केन्द्र सरकार ने पाबंदी लगा रखी थी वह भी इस साल समाप्त कर दी है। लेकिन अभी पिछले साल से ही 24 लाख मीट्रिक टन खरीदी कम है और अभी तक 46 लाख मीट्रिक टन गेहूं ही खरीदा जा सका है।