MP News: बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने की व्यापक तैयारियां

मध्यप्रदेश में नदी नाले उफान पर

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भोपाल: मध्यप्रदेश में अतिवर्षा और प्रदेश की नदियों का जलस्तर बढ़ने और बाँधों के भर जाने के कारण बाढ़ की स्तिथि से निपटने की व्यापक तैयारियां की गई हैं।

मुख्यमंत्री स्वयं इसकी मॉनिटरिंग लगातार कर रहे हैं।

अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा ने बताया कि बेतवा का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है जिससे विदिशा के 70 गाँवों को सुरक्षित स्थान पर शिफ़्ट करने का कार्य चल रहा है। भोपाल शहर में कई कालोनियों में जल प्लावन की स्थिति होने से नागरिकों को शिफ़्ट किया गया है।

भोपाल ज़िला प्रशासन को 3 NDRF और 4 SDERF की टीम तैनात की गयी हैं। राज्य सरकार ने air force के 2 हेलिकॉप्टर विदिशा के लिए रिक्विजिट कर रखे हैं। प्रदेश में 8 NDRF टीम तैनात हैं। विदिशा में 3 टीम के अलावा 2 ग्वालियर में, 1-1 टीम नर्मदा पुरम, सीहोर और जबलपुर में तैनाती की गयी हैं।

राजौरा ने बताया कि नर्मदा का जल स्तर विगत 24 घंटो में 945 फ़ीट से 964 फ़ीट पहुँच गया है और आज देर रात ख़तरे के निशान 967 फ़ीट से ऊपर जाने का ख़तरा है। नर्मदा और बेतवा से लगे ज़िलों में ज़िला प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ACS गृह शाम से ही ज़िलों की बाढ़ की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार केरवा के 8 के 8, कलियासोत के 13 के 13, सगड 12 में से 10, राजघाट के 18 में से 16 गेट खोले गए हैं। इन सबका पानी बेतवा नदी में जलस्तर बढ़ रहा है।

नर्मदा बेसिन के बरगी डैम के 21 में से 17, बरना डैम के 8 में से 6, तवा डैम के 13 के 13 गेट खुले हैं। नर्मदा बेसिन के ही इंदिरासागर बांध के 20 में से 12 और ओंकारेश्वर डैम के 23 में से 18 गेट खुले हैं।