Bhopal : प्रदेश के मौसम में बदलाव आता नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार को सभी संभागों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की। 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 20 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी दी गई। छिंदवाड़ा, बैतूल, धार, खरगोन और बड़वानी में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, ग्वालियर संभागों के जिलों में कहीं वर्षा का सिलसिला बुधवार के बाद गुरुवार को भी बना रह सकता है। फिलहाल कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। सितंबर में दो से तीन सिस्टम बनने की उम्मीद है।
इंदौर, जबलपुर, भोपाल, रीवा, शहडोल,नर्मदापुरम और सागर संभाग के साथ आगर, देवास, शाजापुर, रतलाम और उज्जैन में अनेक स्थानों पर और ग्वालियर और चंबल संभाग के साथ मंदसौर और नीमच में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जबलपुर और इंदौर संभाग के साथ हरदा, रतलाम, उज्जैन और देवास में बिजली गिरने और चमकने की चेतावनी जारी की।
तमिलनाडु पर हवा के ऊपर बने चक्रवात और तमिलनाडु से लेकर विदर्भ होते हुए MP के मध्य भाग तक बनी द्रोणिका लाइन के कारण बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है। इस कारण प्रदेश के कई जिलों में रुक रुक कर बारिश हो रही।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ हिमालय में पहुंच गया। लेकिन, तमिलनाडु पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इस चक्रवात से लेकर विदर्भ से होकर मध्य प्रदेश के मध्य भाग तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। एक पश्चिमी विक्षोभ भी पाकिस्तान एवं उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर ट्रफ के रूप में बना है। इन सिस्टमों के कारण वातावरण में नमी बढ़ रही है। बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में बारिश की संभावना है।
बुधवार को प्रदेश में इंदौर, शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई। वहीं राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, देवास और भोपाल संभाग के जिलों तथा श्योपुरकलां, बैतूल, ग्वालियर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, सागर, शाजापुर, दमोह, देवास, नरसिंहपुर ,जबलपुर, सिवनी, कटनी, नर्मदापुरम जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
प्रदेश में अभी तक सामान्य तौर पर करीब साढ़े 12 इंच बारिश होना चाहिए थी। जबकि, 17 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 4 इंच से भी ज्यादा है। मध्यप्रदेश में 1 जून से 31 अगस्त तक करीब 31 इंच बारिश होती है। लेकिन, 38 इंच पानी गिर चुका है। यह सामान्य से 23% ज्यादा यानी 7 इंच ज्यादा पानी बरस चुका है।