MPPSC: उम्र में छूट मिलने के बावजूद अतिथि विद्वान नहीं भर पा रहे असिटेंट प्रोफेसर्स का फार्म
भोपाल। अधिक उम्र में अतिथि विद्वान बने और विज्ञप्ति देर से आने के चलते इस बार सहायक प्राध्यापक भर्ती प्रक्रिया में उम्र सीमा की छूट का लाभ अतिथि विद्वान नहीं ले पा रहे हैं। प्रदेश में ऐसे सैकड़ों अतिथि विद्वान हैं जो इस बार फार्म भरने से वंचित हो गए है।
लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक प्राध्यापक संशोधित विज्ञप्ति वर्ष 2024 में आयोग ने अतिथि विद्वानों को आयु सीमा में दस वर्ष की छूट दी है। सहायक प्राध्यापक का फार्म भरने की उम्र सीमा 40 वर्ष है। अतिथि विद्वान का कहना है कि जो अतिथि विद्वान 35 साल की उम्र से कॉलेज में सेवा दे रहा हैं और विज्ञप्ति विलंब से आई है ऐसे में इन विद्वानों का क्या कसूर है।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने विद्वानों को लेकर एक आदेश जारी किया था जिसमें स्पष्ट उल्लेख था कि जो विद्वान जितने वर्ष की कॉलेज में सेवा प्रदान किया है उसे भर्ती प्रक्रिया में उतनी उम्र सीमा की छूट दी जाए। इसके साथ ही फार्म भरने में विद्वानों को अनुभव प्रारूप का एक कॉलम भरना है। अनुभव प्रारूप का कॉलम है वह पांच वर्ष के अनुभव से युक्त है। इसके साथ ही अनुभव प्रारूप के प्रमाण पत्र को जिले के नोडल कॉलेज से बैरिफाई भी करवाना है। इस बार 1700 के करीब सहायक प्राध्यापक की विज्ञप्ति है। जिसमें से आधा पद बैकलॉग से भरना हैं। 36 विषयों पर आयोग को नियुक्ति देनी है।
17 विषयों में सामान्य वर्ग के लोग कर सकते है आवेदन-
36 विषयों में से केवल 17 विषय ऐसे है जिसमें सामान्य वर्ग के छात्र आवेदन कर सकते हैं। क्योंकि इन विषयों में सामान्य वर्ग के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं है।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 की विज्ञप्ति में भी होम साइंस, सैन्य विज्ञान और सांख्यिकी सहित अन्य विषय ऐसे थे जिसमें सामान्य वर्ग के लिए कोई भी सीट आरक्षित नहीं थी। इस बार भी ऐसा ही है। फार्म भरने की अंतिम तिथि 13 अप्रैल है।