MPPSC : अटके परिणाम अगले सप्ताह से आने की संभावना, सरकार ने Provisional Selection List जारी करने का रास्ता निकाला

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Indore : मप्र लोकसेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षाओं के परिणाम अगले सप्ताह आने की उम्मीद जताई गई है। दो बार (2019 और 2020) की परीक्षाओं के परिणाम लम्बे समय से अटके हुए हैं। मार्च 2019 में MPPSC की मुख्य परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में अभ्यर्थियों के अंक तो जारी हो गए थे, पर आरक्षण पर लंबित कोर्ट मामले के कारण कट ऑफ (Cut Off) और चयन सूची (Selection List) जारी नहीं की जा सकी थी।

राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020 कोरोना काल में हुई थी। लेकिन, अभी भी इसके परिणाम जारी नहीं हुए। जबकि MPPSC ने अगस्त में Exam Result घोषित करने के बाद नवंबर में मुख्य परीक्षा करवाने की घोषणा की थी। इसके अलावा भी MPPSC की कुछ परीक्षाओं के परिणाम अभी अटके हुए हैं। MPPSC के मुताबिक, अब ये सभी परिणाम इस महीने आने की संभावना जताई गई है।

MP में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आरक्षण विवाद और कोर्ट में लंबित कुछ मामलों के कारण कई परीक्षाओं के परिणाम और चयन सूची (Selection List) जारी नहीं हो सकी है। MPPSC ने सरकार से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा गया था। जानकारी मिली है कि इस मामले में अब रास्ता निकाला जा रहा है। प्रावधिक चयन सूची (Provisional Selection List) जारी करके प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है। फिर भी अंतिम परिणाम कोर्ट के फैसले के अधीन रहेगा। सरकार भी कोर्ट में अपना पक्ष रखकर मामले की जल्द सुनवाई कर फैसला करने की अपील कर सकती है।

जारी विवादों के कारण ही MPPSC-2021 की परीक्षाओं की घोषणा नहीं हुई है। एक संकट ये भी है कि यदि 31 दिसंबर 2021 तक MPPSC ने रिक्त पदों को जारी नहीं किया तो यह साल शून्य वर्ष (Zero Year) हो जाएगा। इस कारण कई अभ्यर्थी अधिकतम आयु सीमा (Age Limit) के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं से वंचित हो जाएंगे।
OBC तथा और अन्य विवादों के कोर्ट में लंबित होने से तीन साल से अटकी परीक्षा प्रक्रिया से त्रस्त अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को इस बारे में ज्ञापन भेजे थे। उनका आरोप था कि राजनीतिक लाभ के लिए सरकार भी OBC आरक्षण विवाद खड़ा कर दिया और उसे लंबा खींच रही है। MPPSC ने राज्य सरकार को इस आशय का पत्र भी लिखा था।