MP’s CS Race: रस्साकशी चरम पर, वीरा को एक्सटेंशन या राजौरा, जैन, मिश्रा या कोई और, CM के कल दिल्ली से लौटने पर होगा फैसला!
कौन होगा मध्यप्रदेश का अगला मुख्य सचिव, अभी तक संशय के बादल!
भोपाल: मध्य प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? इसे लेकर मध्य प्रदेश में पहली बार रस्सा-कस्सी चरम पर है। अब केवल दो-चार दिन ही बाकी हैं लेकिन सस्पेंस बना हुआ है।
बताया गया है कि अभी भी वीरा राणा को लेकर एक्सटेंशन की चर्चाएं हो रही है तो वहीं डॉक्टर राजेश राजौरा, अनुराग जैन, शिवनारायण मिश्रा से लेकर मोहम्मद सुलेमान तक के नाम भी चर्चा में है।
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश के सबसे बड़े प्रशासनिक पद पर किसके सिर पर ताज सजेगा और 1 अक्टूबर को इस कुर्सी पर कौन विराजेगा?
मीडियावाला ने इस पर कुछ वरिष्ठ रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा की और कुछ तहकीकात की। जो बात निकाल कर सामने आई है उसका लब्बोलुआब यह है कि अभी तक असमंजस की स्थिति है और वह नाम अभी तक फाइनल इसलिए नहीं हो पाया है कि इस मामले में भोपाल से लेकर दिल्ली तक अलग तरह की हलचल है।
बता दें कि इसके पहले जब-जब भी मुख्य सचिव की नियुक्ति होती रही है, बनने वाले मुख्य सचिव को कुछ दिनों पहले OSD बना दिया जाता है लेकिन इस बार अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और ना दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कल से दिल्ली में हैं। वैसे तो वे आज हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए गए हैं लेकिन प्रशासनिक क्षेत्र के जानकार लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री वहां पर दिल्ली में मुख्य सचिव को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तियों से चर्चा और राय मशवरा करने वाले हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि जब कल मुख्यमंत्री लौटेंगे तब इस मामले में शायद कुछ धुंध हटे।
वल्लभ भवन के गलियारों की चर्चाओं पर अगर भरोसा किया जाए तो मुख्यमंत्री की पहली पसंद डॉक्टर राजेश राजौरा है। राजौरा के इक्वेशन CM से बहुत अच्छे हैं। शायद यही वजह है कि सीएम ने कुछ महीने पहले उन्हें अपना ACS नियुक्त किया। एक तरह से यह इशारा था कि वे ही अगले मुख्य सचिव होंगे लेकिन यह निर्णय अभी तक नहीं हो पाया वरना राजौरा कब से OSD बना दिए जाते। फिर भी यह बताया जा रहा है कि इस रेस में राजौरा ही सबसे आगे हैं।
यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली हाई कमान अनुराग जैन को मुख्य सचिव के रूप में भोपाल भेजना चाहता है। इसमें सच्चाई क्या और कितनी हैं यह बताना तो मुश्किल है लेकिन सूत्र बताते हैं कि अनुराग जैन स्वयं यहां आने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उनके रिटायरमेंट को अब केवल 10-11 माह बचे हैं और वे दिल्ली में रहकर अपने पोस्ट रिटायरमेंट को बेहतर बना सकते हैं। फिर भी अगर दिल्ली की मंशा रही तो वे शायद मना ना कर पाएं। अनुराग जैन 1989 बैच के IAS अधिकारी है और उनका रिटायरमेंट अगस्त 2025 में है।
Also Read: Vijay Shah in Ringnod : विजय शाह ने कहा ‘सरकार घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देगी!’
अपर मुख्य सचिव शिवनारायण मिश्रा को लेकर कहा जा रहा है कि आरएसएस उन्हें मुख्य सचिव के रूप में देखना चाहता है। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो पूरी तरह कहा नहीं जा सकता लेकिन वे इस रेस में अभी भी शामिल है जबकि उनके रिटायरमेंट को केवल चार माह बाकी हैं। ऐसे में उन्हें केवल चार माह के लिए मुख्य सचिव बनाया जाएगा, इसमें थोड़ा संदेह ही है।
कहने वाले तो अभी भी मोहम्मद सुलेमान को इस रेस में मान रहे हैं। सुलेमान 89 बैच के IAS हैं और वे जुलाई 2025 में रिटायर होंगे। सुलेमान, राजौरा और शिवनारायण मिश्रा से वरिष्ठ हैं। राजौरा और मिश्रा दोनों 1990 बैच के IAS अधिकारी हैं। राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में सुलेमान की नियुक्ति को एक तरह से खारिज किया जाता रहा है लेकिन सूत्र बताते हैं कि वे अभी भी रेस में हैं।
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव को लेकर तस्वीर साफ नहीं हैं। संभव है कल जब मुख्यमंत्री देश की राजधानी दिल्ली से प्रदेश की राजधानी भोपाल वापस लौटेंगे तो शायद कुछ तस्वीर सामने आए अन्यथा 30 अक्टूबर तक इंतजार तो करना ही है!