Mukul Wasnik : कांग्रेस ने मुकुल वासनिक को क्या इसलिए MP से मुक्त किया!
New Delhi : मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव पद से मुक्त किए जाने के बाद कई तरह की अटकलें लगने लगी। क्योंकि, ये अचानक और अनपेक्षित बदलाव है। लेकिन, अब परतें खुल रही है कि मुकुल वासनिक को इस जिम्मेदारी से मुक्त क्यों किया गया। कहा जा रहा है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते हैं। अनुसूचित जाति समुदाय से होना उनके पक्ष में जा सकता है।
अगर अशोक गहलोत चुनाव लड़ने से पीछे हटते हैं तो वासनिक गांधी परिवार के लिए प्लान-बी हो सकते हैं। एक संभावना यह भी है की उन्हें महासचिव (संगठन) बनाया जा सकता है, जो जिम्मेदारी फ़िलहाल केसी वेणुगोपाल के पास है। वे राहुल गांधी के भी करीबी माने जाते है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में शशि थरूर और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है। मुकुल वासनिक को संगठन में लंबा अनुभव है। उन्होंने कांग्रेस के छात्र विंग NSUI के साथ शुरुआत की थी। वे लंबे समय तक महासचिव रहे हैं।
मुकुल वासनिक G-23 गुट के उन व्यक्तियों में थे, जिन्होंने 2019 में पार्टी में सुधार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अंतरिम पत्र लिखा था। जब राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दिया तो वे कुछ नेताओं के पसंदीदा थे। पर, CWC ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को बनाने का फैसला किया था।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं, जिन्हें अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की पसंद के रूप में देखा जा रहा है। यहां तक कि कुछ लोग राहुल गांधी की वापसी चाहते हैं। अशोक गहलोत ने भी उनके नाम का प्रस्ताव रखा है। कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग का कहना है कि राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालना चाहिए। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह उनकी निजी राय है। सलमान खुर्शीद ने भी उनका समर्थन किया है। राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि वह इच्छुक नहीं हैं और इसके बजाय एक गैर-गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाना चाहते हैं।