Murder Case : पत्नी से दुष्कर्म करने वाले को धमाके से उड़ा दिया

खेत पर डेटोनेटर विस्फोट से युवक की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

Ratlam : हत्या का ये मामला फिल्मी लगता है, पर है बिल्कुल असली। पत्नी से दुष्कर्म के आरोपी को एक व्यक्ति ने डिटोनेटर से उड़ा दिया। उसने पहले भी एक व्यक्ति को मारने में ऐसी ही कोशिश की थी। लेकिन, इस बार वो पुलिस की नजर से नहीं बच सका।

जिले के रत्तागढ खेड़ा में खेत पर सिंचाई के लिए मोटर चालू करते ही विस्फोट हो गया था, जिसमें एक किसान की मोके पर मौत का मामला थाना बिलपांक पर दर्ज हुआ था। मामले में पुलिस को हत्या होने का संदेह होने पर हुई पड़ताल में पुलिस ने आखिरकार हत्यारे को खोज ही निकाला। साथ ही हत्या के इस मामले में पुलिस ने हैरान करने वाला खुलासा किया।

पुलिस के अनुसार हत्या का मूल कारण पत्नी के साथ दुष्कर्म करने वालों को मौत के घाट उतारना रहा।
दुष्कर्म करने वाले आरोपियों की हत्या करने के लिए पति ने ब्लास्टिंग डेटोनेटर को कुएं पर लगी मोटर से कनेक्ट कर हत्या की यह साजिश रची थी।

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इस मामले में एसपी गौरव तिवारी ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्यारे सुरेश लोढ़ा ने जिलेटिन छड़ और डेटोनेटर को ट्यूबवेल के स्टार्टर से जोड़ दिया था। हत्या के आरोपी का उद्देश्य बलात्कारियों की हत्या करना ही था। इस गांव में 6 महीने पहले भी पूर्व सरपंच के खेत में इसी तरह की घटना हुई थी। पुलिस ने पड़ताल में पाया की गांव का सुरेश लोढ़ा इस मामले में संदिग्ध है। पुलिस ने आरोपी सुरेश को हिरासत में लिया तो उसने बताया कि उसकी की पत्नी के साथ मृतक लाल सिंह, भंवरलाल और दिनेश ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसका बदला लेने के लिए मैंने कुएं पर लगी मशीन के तारों को डेटोनेटर से जोड़ दिया।

आरोपी सुरेश ने 3 जनवरी की रात्रि में मौका मिलते ही लालसिंह के खेत पर लगे ट्यूबवेल के स्टार्टर में विद्युत तार से कनेक्ट कर टोटे व डेटोनेटर लगा दिए।

4 जनवरी 22 की सुबह लालसिंह ने मोटर चालू करने के लिए स्टार्टर का बटन दबाया तो विस्फोट हुआ और विस्फोट में लालसिंह की मौत हो गई।

पुलिस की जांच पड़ताल में मिले तथ्यों और आरोपी सुरेश की पत्नी के कथनों के आधार पर थाना बिलपांक में धारा 376(D), 342, 506, 34 भादवि में आरोपी भंवरलाल,दिनेश तथा मृतक लालसिंह के विरूद्ध मामला पंजीबद्ध कर आरोपी भंवरलाल व दिनेश जादव को अभिरक्षा में लिया।

हत्यारे सुरेश लोढ़ा से घटना में प्रयुक्ट टोटे व डेटोनेटर के सम्बन्ध में पुछताछ की तो उसने बताया कि टोटे व डेटोनेटर बद्री पिता रामेश्वर पाटीदार निवासी सिमलावदा से खरीदे थे। आरोपी बद्री पिता रामेश्वर पाटीदार को गिरफ्तार किया गया व आरोपी सुरेश लोढा के घर से बचे हुए टोटे व डेटोनेटर जब्त किए गए।
प्रकरण में विवेचना के दौरान आए तथ्यों के आधार पर विस्फोटक अधिनियम व ST/SC एक्ट की धाराओं का इजाफा किया गया।

क्या था मामला
रत्तागढ़खेड़ा में मंगलवार सुबह विस्फोट में एक किसान की जान चली गई थी। जानबूझकर उसके खेत में लगे ट्यूबवेल के साथ विस्फोटक जोड़ दिया था। सुबह ट्यूबवेल शुरू करने के लिए किसान द्वारा बटन दबाते ही धमाके के साथ किसान के शरीर के चिथड़े उड़ गए और मौके पर उसकी मौत हो गई थी। धमाका इतना जोरदार था कि किसान का शव कई मीटर दूर जाकर गिरा और जमीन में बड़ा गड्ढा हो गया था।

हत्या के तरीके की गंभीरता को देखते हुए घटना स्थल का मुआयना पुलिस अधीक्षक रतलाम गौरव तिवारी के साथ एसडीओपी ग्रामीण संदीप निगवाल, एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल एवं बिलपांक पुलिस टीम, रतलाम BD & DS की टीम के साथ घटनास्थल का मौका निरीक्षण करने पर पाया गया कि मृतक का शरीर ब्लास्ट से काफी क्षतविक्षिप्त हो गया। मौके पर पुलिस, एफएसएल एवं BD & DS टीम द्वारा महत्वपूर्ण आवश्यक भौतिक साक्ष्य एकत्रित किए जिसमें पाया गया की घटना को जिलेटिन रॉड व डेटोनेटर का प्रयोग कर अंजाम दिया था।

मृतक का पोस्ट मार्टम कराया गया जिसमें मृतक की मृत्यु ब्लास्टिंग से होना पाया गया।मृतक की मृत्यु पर मर्ग एवं अपराध धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारम्भ की गई थी।
ग्रामीणों से पूछताछ करने पर पुलिस के सामने यह बात आई कि इस ब्लास्टिंग जैसी घटना 6 माह पहले उसी खेत के पास पूर्व सरपंच भंवरलाल के खेत पर लगे ट्युबवेल पर ब्लास्टिंग लगाकर हुई थी। इसमें पूर्व सरपंच भंवरलाल बच गए, उन्हें मामूली चोटे आई थी। उक्त घटना पुलिस के संज्ञान में आने पर दोनों घटनाओं में समानता को देखते हुए एवं मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी गौरव तिवारी द्वारा एसआईटी का गठन किया गया था और अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रूपये के ईनाम की घोषणा की गई थी।