धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर के ग्राम धन्नड़ गांव के रूपेश बिरला का तीन दिन पहले अपहरण कर उसकी हत्या करके शव को दफना दिया गया था। आज दूसरे दिन भी प्रशासन की टीम ने नगर पालिका के साथ मिलकर हत्या के मास्टर माइंड आशिक पटेल की 20 हजार स्क्वेयर फीट की अवैध सम्पति पर बुलडोजर चलाया। आशिक पटेल ने पीथमपुर के धन्नड़ में एक बड़ी चाल का निर्माण किया था, जिसमें कई किराएदार रहते थे।
पीथमपुर पुलिस ने गुरुवार को राजेश बिरला की हत्या के मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया और सभी को कोर्ट में पेश किया, जहां से पुलिस को 2 दिन का रिमांड मिला। हत्या में शामिल मास्टरमाइंड आशिक पटेल ने अपने घर के ग्राउंड में ही उसके शव को दफना दिया था। रूपेश बिरला की हत्या के मास्टर माइंड आशिक पटेल की पीथमपुर क्षेत्र में करोड़ों रुपए की लागत की करीब 20 हजार स्क्वेरफीट की अवैध संपत्ति पर नगर पालिका निगम इंदौर के विशेष बुलडोजर और पोकलेन मशीन द्वारा रात के अंधेरे में ध्वस्त किया गया। इस दौरान सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल मौजूद था।
पीथमपुर की एसडीएम रोशनी पाटीदार ने बताया कि लगभग 20 हजार स्क्वेरफीट अतिक्रमण किया गया था। इस संबंध में आगे की कार्यवाही चल रही है। गुरुवार को काफी अतिक्रमण हटाया गया था। गुरुवार को भी कार्यवाही की गई। ये मकान राजस्व और एमपीआरडीसी की भूमि पर बने हुए थे। आरोपी ने शासकीय जमीन पर अवैध निर्माण कर रखा था इसलिए इनको हटाया गया। निजी भूमि चिन्हित अभी नहीं हुई है और कुछ हिस्सा इसका आ रहा है, जिसमें इन्होंने नगर पालिका से नियमानुसार कोई अनुमति नहीं ली और निर्माण कर लिया है। इसमें राजस्व के अलावा पुलिस और नगर पालिका एवं एमपीआरडीसी की टीम लगी रही।
इसलिए हुई रुपेश बिरला की हत्या
पीथमपुर में प्रेम प्रसंग को लेकर एक युवक की तीन दिन पहले जघन्य हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद उसके शव को जमीन में गाड़ दिया, जिसका खुलासा पुलिस ने किया। खरगोन जिले के इस युवक की निर्मम हत्या प्रेम प्रसंग मामले में कामगार मजदूर कांग्रेस नेता आशिक पटेल सहित 6 लोगों ने की थी। बताया गया कि इन मकान और दुकानों से पांच लाख रुपये से अधिक का किराया उसे मिलता था। मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब दो करोड़ रुपए है। औद्योगिक क्षेत्र में संभवत: प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई है। मकानों में उद्योगों में काम करने वाले श्रमिक परिवार सहित निवास करते थे।
आशिक पटेल के यहां युवती काम करती थी, जिससे आशिक प्रेम करने लगा था। जबकि, युवती रूपेश बिरला सेलदा (खरगोन) से प्रेम करती थी। यह बात आशिक पटेल को नागवार गुजरी। रूपेश पीथमपुर में रहकर बजाज फाइनेंस कंपनी के लिए काम करता था और दो दिनों से लापता था। परिजनों ने आशिक पटेल पर अपहरण का आरोप लगाया था। बुधवार को हिंदू संगठन और परिजनों ने थाने पर विरोध भी किया था। पुलिस ने पूर्व में गुमशुदगी दर्ज की थी।
विरोध के बाद आशिक पटेल पर युवती से छेड़छाड़ के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने आशिक पटेल को थाने लाकर पूछताछ की, तो उसने सब कुछ उगल दिया। आशिक ने बताया कि उसके अलावा पांच अन्य युवक भी हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस ने उन पांचों युुवकों को थाने लाकर पूछताछ की। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने रूपेश के शव को कॉलोनी में उसके खेत के समीप नाले के किनारे गाड़ दिया था। शव जल्दी गलकर नष्ट हो जाए, इसके लिए 15 किलो नमक डाला, मिट्टी और घास-फूस डालकर उस स्थान को सीमेंट कंक्रीट से पक्का भी कर दिया था।