Murder of Husband for Insurance : पत्नी ने 20 लाख के बीमा के लिए कराई पति की हत्या
Gwalior : बीमा के पैसे के लिए पत्नी अगर पति की हत्या करवा सकती है, तो दुनिया में कुछ भी हो सकता है। रिश्तों में यदि ऐसा हो सकता है, तो फिर किस रिश्ते पर विश्वास किया जाए। पत्नी ने अपने पति की 20 लाख की बीमा पॉलिसी के पैसे के लिए अपने ही जीजा और कुछ दोस्तों के साथ मिलकर हत्या कर दी।
पति का एक्सीडेंट बीमा था तो पत्नी ने हत्या को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए उसकी लाश को गाड़ी से कुचल दिया। इस मामले में हत्यारी पत्नी सहित 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि, एक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। साजिश के मुताबिक वह पति, जीजा और उसके साथियों के साथ कार में घूमने निकली। रास्ते में आरोपियों के साथ मिलकर पति का गला घोंट दिया। इसके बाद उसके शव को कार से कई बार रौंदा गया। यह घटना 3-4 अप्रैल की दरमियानी रात को चीनौर की है। अगले दिन सड़क पर पुलिस को युवक का शव मिला था। पुलिस ने घटना के 9 दिन बाद शनिवार को मामले का खुलासा कर दिया।
पुलिस ने बताया कि मृतक युवक की पत्नी ही इस वारदात की मास्टरमाइंड है। उसने अपने जीजा, जीजा के साडू व दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुलिस को क्लू मिला था। इसके बाद आरोपी पत्नी, उसके जीजा, साडू समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी फरार है।
ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि 4 अप्रैल की सुबह एक युवक का शव चीनौर थाना क्षेत्र के भौरी पुलिया के पास सड़क पर पड़ा मिला था। प्रारंभिक पड़ताल में घटनाक्रम एक्सीडेंट का प्रतीत हो रहा था। लेकिन, घटना स्थल पर मृतक के जूते और चप्पल नहीं मिलने से मामले में शंका हुई। इसके साथ ही उसका मोबाइल भी नहीं मिला। जबकि, सड़क हादसे में यह सारी चीजें स्पॉट के आसपास ही मिल जाती हैं।
पुलिस ने जब छानबीन की तो मृतक की जेब से आधार कार्ड मिल गया। इसके आधार पर उसकी पहचान सुसेरा गांव के रहने वाले रामाधार जाटव के रूप में हुई थी। जांच में पता चला कि युवक की पत्नी से कुछ अनबन चल रही थी। वह शराब पीने का आदी था। मामले की जांच की जिम्मेदारी एएसपी देहात निरंजन शर्मा को दी और इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सबूत मिला
जिस संदिग्ध सड़क पर हादसा माना जा रहा था, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस की जांच की कहानी बदल गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत गला घोंटने से होना पाया गया। इस पर पुलिस अलर्ट हुई और पुलिस ने मृतक के परिजन व उससे मिलने-जुलने वालों का रिकॉर्ड खंगाला। रिकॉर्ड खंगालने पर मृतक की पत्नी सीमा की भूमिका ही संदिग्ध नजर आई।
पत्नी ने कुछ दिन पहले बेचा
जांच में पता चला कि मृतक की पत्नी ने कुछ समय पहले ही अपना मकान बेचा और पति का बीमा कराया था। जब उसकी कॉल डिटेल निकाली गई तो उसका कई लोगों से बातचीत होना पाया गया। घटना के समय भी मृतक की पत्नी और उसके साथियों की लोकेशन घटना स्थल पर पायी गई।
पुलिस ने शक के आधार पर सबसे पहले सीमा के जीजा सुरेंद्र और उसके साडू नरेंद्र को धरदबोचा। उन्होंने पूछताछ में बताया कि हम दोनों और अन्य साथियों का सीमा के पास आना जाना था। रामाधार इसका विरोध करता था। वह पत्नी सीमा से मारपीट भी करता था। उसे शराब पीने की लत थी। इससे परेशान होकर ही सीमा ने उससे मुक्ति दिलाने के लिए हमारे साथ मिलकर साजिश की।
साजिश के तहत कराया था बीमा
पुलिस ने मृतक की पत्नी सीमा से पूछताछ की तो उसने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी पत्नी ने बताया कि पति उसे दोस्तों से बात करने से रोकता-टोकता था। इसके चलते मैंने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। सबसे पहले उसका दिसंबर 2023 में जीवन बीमा कराया गया, जिसमें एक्सीडेंटल डेथ पर बीमा क्लेम के रूप में 20 लाख रुपए मिलने थे। इसके लिए जीजा सुरेंद्र, उनके साडू नरेंद्र और दोस्त दिनेश और जितेंद्र को भी प्लान में शामिल कर लिया।
पुलिस जांच में पता चला कि घटना से पहले सीमा मुरैना में अपनी ननद के पास चली गई। वारदात के दिन रामाधार को उसकी पत्नी सीमा के अन्य साथियों ने पार्टी के बहाने जमकर शराब पिलाई। वह नशे में चूर हो गया था। इसके बाद वे सभी कार में सवार होकर भौरी पुलिया के पास पहुंचे। यहां सीमा के जीजा और साडृ ने रामाधार का गला घोंटा। इसके बाद शव के ऊपर कार चढ़ाई। जिससे उसकी मौत एक्सीडेंट लगे।
एक आरोपी की तलाश
एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कह चीनौर थाना पुलिस ने सिर्फ 9 दिन में अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी जितेन्द्र फरार है। पुलिस की एक टीम उसकी तलाश में दबिश दे रही है।