भाजपा नेत्री सना खान के शव को ढूंढने हरदा पहुंची नागपुर पुलिस तो तेंदूखेड़ा विधायक ने नागपुर जाकर दिए अपने बयान

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भाजपा नेत्री सना खान के शव को ढूंढने हरदा पहुंची नागपुर पुलिस तो तेंदूखेड़ा विधायक ने नागपुर जाकर दिए अपने बयान

संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट 

हरदा/तेंदूखेड़ा/जबलपुर। नागपुर की भाजपा नेत्री सना खान की हत्या के बाद उसके शव का नहीं मिल पाना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया है। इस हत्याकांड को लेकर महाराष्ट्र पुलिस को मध्यप्रदेश की सीमा में पूछताछ करनी पड़ रही है। कल गुरुवार को एक बार फिर से महाराष्ट्र के नागपुर की पुलिस सना खान के उस संदेहास्पद शव की पहचान के लिए हरदा पहुंचीं थी, जिस शव को एसडीएम की अनुमति से पुलिस ने बीते दिनों कब्र में दफन कर दिया था। अज्ञात युवती के शव को बाहर निकाल कर दोबारा से डीएनए के लिए सैंपल लिया गया। महाराष्ट्र पुलिस ने तर्क दिया है कि पहले जो सैंपल लिया था, वह फेल हो गया। इस कारण फिर से सैंपल लेना पड़ रहा है। जिसके लिए हरदा एसडीएम से अनुमति लेकर सिराली थाना क्षेत्र के महेंद्रगांव के एक किसान के खेत के कुएं में मिले अज्ञात युवती के शव को कब्र से तहसीलदार की मौजूदगी में बाहर निकाल कर डी एन ए के लिए सेंपल लिया गया। हालांकि, सना के भाई मोहसीन ने शव को देखने के बाद सना का शव होने से इंकार कर दिया था लेकिन पुलिस अपनी जांच में किसी तरह की कोई गुंजाइश नही छोड़ना चाहती,इसलिए फिर से सैंपल लिया है। जिसे सना के परिजनों से मैच किया जाएगा। उधर, अज्ञात युवती के शव को गुरुवार शाम को फिर से उसी स्थान पर दफन कर दिया है।

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*यह था मामला*

ज्ञात रहे कि नागपुर की रहने वाली सना खान उर्फ हिना खान 2 अगस्त को जबलपुर पहुंची थी। यहां वो गोरा बाजार निवासी अपने पति अमित साहू उर्फ पप्पू से मिलने के लिए आईं थी, जिससे उनकी 6 माह पूर्व कोर्ट मैरिज हुई थी। हालांकि, जबलपुर पहुंचने के बाद से यानी 2 अगस्त से ही उनका मोबाइल बंद हो गया था। जब फोन नहीं लगा तो परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट कराई। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। पुलिस ने मामले में फरार ढाबा संचालक अमित साहू उर्फ पप्पू को 11 अगस्त को अभिरक्षा में लिया। उसने पुलिस की कड़ी पूछताछ में पूछताछ में स्वीकार कर लिया कि उसने ही सना की डंडे से हमला कर हत्या कर दी है और लाश मानेगांव स्थित पुल से नदी में फेंकी है। शव न मिलने पर धर्मेन्द्र यादव, रब्बू यादव सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद हरदा में एक शव मिला जिसे सना का मान लिया गया था।

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*और अब नरसिंहपुर जिले के तेंदूखेड़ा तक पहुंच गई महाराष्ट्र पुलिस की जांच*

बीजेपी नेता सना खान हत्याकांड में नागपुर से शुरू हुआ यह मामला जबलपुर,हरदा से होते हुए नरसिंहपुर जिले तक पहुंच गया। जांच के दौरान मध्य प्रदेश के तेंदूखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक संजय शर्मा का नाम आरोपी से उनके संबंध या जान पहचान को लेकर सामने आया तो मनकापुर पुलिस ने श्री शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया। इसके बाद वे गुरुवार को नागपुर पहुंचे। पूछताछ के बाद बाहर निकले संजय शर्मा ने कई पत्रकारों से हुई सामूहिक बातचीत में खुद को निर्दोष बताया। विधायक ने कहा कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस विधायक संजय शर्मा ने दो टूक कहा कि पुलिस जबलपुर में हुए हत्याकांड के बारे में जानकारी चाहती थी। इस मामले में आरोपी अमित साहू 10 से 15 साल पहले मेरे यहां बतौर कर्मचारी काम करता था। वह परिचित था। इसलिए पुलिस इस बारे में जानकारी चाहती थी। मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले चार-पांच साल से उनकी अमित साहू से मुलाकात नहीं हुई थी। घटना के बाद एक बार वह मुझसे मिला था लेकिन उस वक्त मुझे सना खान हत्याकांड मामले की कोई जानकारी नहीं थी। वहीं इस हत्याकांड के सिलसिले में गिरफ्तार रविशंकर यादव से उनके संबंध के सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि यादव जबलपुर के ठेकेदार हैं। मैं उन्हें जानता हूं। उसके अलावा मेरा किसी से कोई लेना-देना नहीं है। सना खान के बारे में बोलते हुए विधायक शर्मा ने कहा कि मैं सना खान को नहीं जानता। हम उनसे कभी नहीं मिले हैं। न ही उनसे कभी मोबाइल या टेलीफोन पर बात हुई है।

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तेंदूखेड़ा से विधायक संजय शर्मा को नागपुर की पुलिस ने सना हत्याकांड से जुड़ी जानकारी लेने के लिए बुलाया था। सूत्रों के अनुसार पहले पुलिस ने उनको 23 अगस्त को आने का समय दिया था, लेकिन विधायक संजय शर्मा नहीं पहुंच पाए। इसके बाद 24 अगस्त को वो नागपुर पुलिस के पास गए। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपित अमित साहू उर्फ पप्पू से विधायक संजय शर्मा के संपर्क को लेकर जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि अमित साहू उनके टोल में बतौर कर्मचारी काम करता था। उसके बाद उससे कोई संपर्क नहीं था।

 

सना हत्याकांड को लेकर विधायक संजय शर्मा ने पुलिस को बताया कि जबलपुर में जो मर्डर हुआ था, उसके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। आरोपी अमित साहू 10-15 साल पहले हमारे यहां काम करता था। हमारा परिचित था। संजय शर्मा ने कहा कि इस प्रकरण से हमारा कोई संबंध नहीं है। विधायक ने बताया कि पिछले 4-5 सालों से अमित साहू नहीं मिला है। वह हमारा कर्मचारी था, पहले काम करता था। विधायक ने पुलिस को बताया कि ना हम सना खान को जानते हैं और ना ही उनसे मेरी कभी मुलाकात हुई है। इसका दूसरा आरोपी रवि शंकर यादव जबलपुर का हैं। ठेकेदार हैं, उनको हम जानते हैं। संजय शर्मा ने कहा कि अन्य आरोपियों को हम नहीं पहचानते हैं। सूत्रों के अनुसार नागपुर पुलिस ने उनसे कुछ प्रश्नों पर अकेले व आरोपियों के सामने भी करीब ढाई घंटे पूछताछ की । पूछताछ में विधायक संजय शर्मा ने बताया कि अमित साहू के साथ उनके पुराने संबंध थे। 15 साल पहले अमित उनके यहां कर्मचारी था। उसके बाद उससे कोई संपर्क नहीं हुआ। सना खान के साथ संपर्क होने के सवाल पर संजय शर्मा ने इंकार कर दिया। तेंदुखेड़ा विधायक संजय शर्मा को मानकापुर पुलिस ने नोटिस देकर बुलाया था, जिसके बाद वह नागपुर जोन टू डीसीपी कार्यालय पहुंचे थे।

सना खान की हत्या मामले में पुलिस ने 2 और आरोपियों की गिरफ्तारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक पकड़े गए आरोपी जबलपुर निवासी कमलेश पटेल और रब्बू उर्फ रवि शंकर यादव हैं। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या अब 5 हो गई है। पुलिस सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

*दो अगस्त को हुई थी लापता*

सना खान अपने बिजनेस पार्टनर से मिलने जबलपुर गई थीं और अचानक लापता हो गई। दो दिन तक सना से कोई भी संपर्क न होने पर उसकी मां ने मनकापुर पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी थी। सना की आखिरी लोकेशन भी जबलपुर में ही मिली थी। इसके बाद मनकापुर पुलिस की एक टीम जबलपुर पहुंची थी और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सना की तलाश की। इसके बाद खुलासा हुआ कि सना के बिजनेस पार्टनर अमित उर्फ पप्पू साहू ने ही उसकी हत्या कर दी है। सना खान का कत्ल हुए करीब 23 दिनों का वक्त गुजर चुका है। इस सिलसिले में रिपोर्ट लिखवाए हुए भी करीब 20 दिन गुजर चुके हैं, जबकि पुलिस को इस मामले में मुख्य आरोपी अमित साहू उर्फ पप्पू साहू को गिरफ्तार किए करीब 12 दिनों का वक्त हो चुका है, लेकिन मुल्जिम की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही के बावजूद सना की लाश नहीं ढूंढ पाई। अलबत्ता उसके कत्ल को लेकर अब एक नई और चौंकाने वाली कहानी जरूर सामने आ गई है। और यह कहानी है हनीट्रैप में सना खान के इस्तेमाल की। और इसी हनीट्रैप के रुपयों के बंदरबांट के सिलसिले में हुए उसके कत्ल की।

दरअसल, नागपुर में सना खान की मां मेहरुन्निसा ने इस सिलसिले में पुलिस को एक नई शिकायत दी, जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह जबलपुर का रहने वाला कारोबारी अमित साहू उनकी बेटी को हनीट्रैप के खेल में चारे की तरह इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस का कहना है कि जब उसने इस पहलू की जांच की, तो उसे हनीट्रैप के इस रैकेट को लेकर कई चौंकानेवाली जानकारी हाथ लगी। नागपुर भाजपा के अल्पसंख्यक सेल की मंत्री सना खान ने बिलहरी राजुल टाउन निवासी ढाबा संचालक अमित साहू से 24 अप्रैल को कोर्ट मैरिज की थी। दोनों बिजनेस पार्टनर थे। 2 अगस्त को सना नागपुर से जबलपुर आई थी। यहां राजुल टाउन स्थित अपने किराए के फ्लेट में अमित साहू ने सना के सिर पर लाठी मारकर उसकी हत्या की और फिर शव को साथी कमलेश सिंह की मदद से मेरेगांव स्थित हिरन नदी के पुल से फेंक दिया था। घटना के बाद नागपुर पुलिस ने 11 अगस्त को ही अमित को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में नागपुर पुलिस अब तक अमित साहू समेत राजेश, कमलेश, रब्बू यादव और धर्मेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर चुकी है।