Narmadapuram Constituency: BJP के दर्शन सिंह ने जीवन के पहले चुनाव में 4.31 लाख मतों से पूर्व कांग्रेस MLA संजय शर्मा को हराया
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की विशेष रिपोर्ट
नर्मदापुरम।नर्मदापुरम,नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी दर्शन सिंह चौधरी ने अंततः मोदी लहर के प्रबल प्रभाव से कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व विधायक संजय शर्मा को 4 लाख 31 हजार 696 वोटों से करारी शिकस्त दी। भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी को 8 लाख 12 हजार 147 वोट मिले वहीं कांग्रेस के संजय शर्मा को & लाख 80 हजार 451 मत मिले। भाजपा की इस जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र भाजपा का गढ़ बन चुका है। इस सीट पर कांग्रेस के संजय शर्मा आठों विधानसभा क्षेत्रों में हारे। ज्ञात रहे कि इस भाजपाई गढ़ माने जाने वाले होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र में आठ विस सीटें हैं। इन सभी सीटों पर भाजपा को मतदाताओं का बंपर समर्थन मिला। आठों विस क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी संजय शर्मा के हिस्से हार आई। वे अपनी गृह विस क्षेत्र में भी जीत नहीं सके। भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी को सबसे बड़ी जीत पिपरिया विस में 73017 मतों के अंतर के रुप में मिली। जबकि यहां के विधायक के चुनाव में अनमने भाव से बहुत कम सक्रियता की जनचर्चा भाजपाई गलियारों में भी चुनाव के दौरान कही सुनी है थी। वहीं भाजपा ने कांग्रेस को नरसिंहपुर विस में 46639 से, तेंदूखेड़ा विस में 13394 से , गाडरवाड़ा विस में 51500 से, सिवनीमालवा विस में 58094 से, नर्मदापुरम विस में 62635 से, सोहागपुर विस में 58912 से और उदयपुरा विस में 66470 मतों से हराया। भाजपा गलियारों में यह जन चर्चा भी रही कि सभी आठों विधायकों में नर्मदापुरम विधायक डा सीतासरन शर्मा और शुभांकर लोकसभा संयोजक संदेश पुरोहित ने इस चुनाव में सर्वाधिक मेहनत की।
*इस संसदीय सीट पर ऐसी रही थी पिछले तीन चुनाव की तस्वीर*
भाजपा-कांग्रेस-जीत का अंतर, वर्ष 2019-उदयप्रताप सिंह-शैलेंद्र दीवान-5,53,682 वर्ष 2014-उदयप्रताप सिंह- देवेंद्र पटेल-3,89,960 वर्ष 2009-उदयप्रताप सिंह-रामपाल सिंह-19245
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत करीब 74 फीसदी था। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान का आंकड़ा वर्ष 2019 के आंकड़े का पार नहीं कर पाया था। पूरे संसदीय क्षेत्र में करीब 6 लाख 9 हजार 392 मतदाताओं ने वोट नहीं डाला था। यह भी अपने आप में रोचक है क्योंकि दोनों के बीच हार-जीत का अंतर 4 लाख 31 हजार 696 वोटों का है।
लोस चुनाव में संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस की इस बड़ी हार के पीछे कई फैक्टर हैं। जिनमें सबसे बड़ा फैक्टर प्रत्याशी द्वारा क्षेत्र के सभी प्रमुख कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से,पर्याप्त रूप से नहीं मिलना रहा। नर्मदापुरम जिले में तो उनका जनसंपर्क बहुत कम ही देखने को मिला। फिर होशंगाबाद जिले में कांग्रेस की गुटबाजी भी पूर्ववत देखी गई। कई वरिष्ठ कांग्रेसियों की जमकर अनदेखी की गई। इन वरिष्ठ कांग्रेसियों का कहना था कि अब कांग्रेस के नवयुवक चुनाव प्रबंधन के गुर हमें सिखा रहे हैं। इसके अलावा जिला कांग्रेस कमेटी का भी गठन नहीं होने से चुनाव मैदान में इसकी सक्रियता कम नजर आई।सिर्फ जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवाकांत पांडे ही अपने कुछ साथियों के साथ सक्रिय दिखे। कुल मिलाकर मिस मैनेजमेंट का शिकार भी कांग्रेस प्रत्याशी को होना पड़ा। इटारसी जैसी कुछ नगर कांग्रेस कमेटी जरूर काफी सक्रिय दिखीं।
मतदान की बात करें तो होशंगाबाद संसदीय में 68.44 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिसमें नरसिंहपुर विस में 68.14 प्रतिशत, तेंदूखेड़ा विस में 66.62 प्रतिशत, गाडरवारा में 68.97 प्रतिशत, सिवनीमालवा में 66.87 प्रतिशत, होशंगाबाद विस में 57.54 प्रतिशत, सोहागपुर में 64.69 प्रतिशत, पिपरिया में 68.70 प्रतिशत एवं उदयपुरा में 57.41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र 17 होशंगाबाद में कुल आठ विधानसभा क्षेत्रों में 18,55,692 मतदाता रिकार्ड में थे। इसमें विधानसभा क्षेत्र नरसिंहपुर में कुल 2,84,001 मतदाता, तेंदूखेड़ा विस में कुल 1,90,472 मतदाता, गाडरवारा विस में कुल 2,15,402 मतदाता, सिवनी मालवा में कुल 246841 मतदाता, होशंगाबाद विस में 228878 मतदाता, सोहागपुर में कुल 244545 मतदाता, पिपरिया में कुल 28486& मतदाता. तथा उदयपुर विस में कुल 265690 मतदाता दर्ज थे मगर सभी मतदान में कमी रही। *कौन हैं दर्शन सिंह चौधरी ?*
पूर्व में दर्शन सिंह चौधरी शासकीय नौकरी में थे। शिक्षक संगठन बनाकर उन्होंने आंदोलन भी किया, जिसके चलते उन्हें 4 बार जेल भी जाना पड़ा था, हालांकि बाद में उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर फुल टाइम राजनीति में एंट्री कर ली थी। दर्शन सिंह किरार धाकड़ समाज से आते हैं. उन्हें पूर्व सीएम शिवराज सिंह का बहुत करीबी माना जाता है। दर्शन सिंह चौधरी बीजेपी के किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। लम्बे समय से वो पार्टी के लिए काम करते आये हैं। 11 बार अलग अलग आंदोलनों में जेल भी गए हैं।दर्शन सिंह संघ से भी जुड़े हैं। 36 वर्षों से पार्टी में एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं। यह उनके जीवन का पहला चुनाव था। इसके पूर्व उन्होंने कभी पंच का चुनाव भी नहीं लड़ा था। वे 3 विषयों में उच्च शिक्षित हैं। ज्ञात रहे कि अब तक होशंगाबाद से राव उदय प्रताप सिंह सांसद थे, अब मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हैं.
होशंगाबाद लोकसभा सीट काफी समय से भाजपा का मजबूत गढ़ मानी जाती रही है। यही कारण है कि इस सीट पर कई दिग्गज मैदान में उतरते रहते हैं। इस सीट पर पहले 2 पूर्व मुख्यमंत्री भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. जिनमें से एक को हार मिली तो एक को हाथ जीत लगी थी. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह यहां से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें इस क्षेत्र से 5 बार चुनाव जीते अजेय योद्धा सरताज सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, जबकि बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने 1999 में यहां से जीत हासिल की थी।
ज्ञात रहे कि जिले में लोकसभा निर्वाचन में लगभग 15000 कर्मचारी एवं सुरक्षाकर्मियों ने मतदान कराया था। नर्मदापुरम जिले के चारों विधानसभा में निर्धारित कुल 1187 मतदान केंद्रों पर 1806 मतदान दल नियोजित किए गए थे। 218 केंद्रों पर केवल महिला मतदानकर्मी मौजूद रहीं थीं। 119 मतदान दल रिजर्व रखे गए थे। जिले में 207 क्रिटिकल मतदान केंद्र बनाए गए थे। 607 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग से निगरानी रखी गई थी। *आम जनता के भाजपा और मोदी जी के प्रति विश्वास,स्नेह,आत्मीयता की पुरानी परंपरा यथावत बनी रही,जिसका मुझे पूर्ण विश्वास सदैव ही रहा है।
*डॉ सीतासरन शर्मा,वरिष्ठ विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष*
*सम्पूर्ण लोकसभा क्षेत्र के सम्मानीय मतदाताओं ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर अपना पूर्ण विश्वास,आशीर्वाद पुनः अभिव्यक्त किया है, जिसके लिए हम सभी का आत्मीय आभार व्यक्त करते हैं।*
*संदेश पुरोहित,संयोजक,भाजपा लोकसभा क्षेत्र*
*मतदाताओं का भरपूर आशीर्वाद मिला है। कार्यकर्ताओं की मेहनत से भाजपा ने पूरे 8 विस क्षेत्रों में बढ़त बनाई है। भाजपा की जीत से कार्यकर्ता बहुत उत्साहित हैं।*
*माधवदास अग्रवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा*
यह चुनाव कांग्रेस ने पूरी एकजुटता के साथ लड़ा था। बावजूद उसके हमें मतदाताओं का आशीर्वाद नहीं मिला।कांग्रेस संगठन इस पर मंथन करेगा।जनता का आदेश कांग्रेस पूरे मन से स्वीकार करती है।
*शिवाकांत पांडे, जिलाध्यक्ष कांग्रेस*
किसान से सांसद बने दर्शन सिंह ने बताई अपनी प्राथमिकताएं
नवनिर्वाचित सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि विकसित भारत के संकल्प के तहत मोदी ने जो मॉडल दिया,उसे लागू कर लोकसभा क्षेत्र में काम करेंगे। श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा एक केडर बेस्ड पार्टी है। मैंने संघ के एक स्वयंसेवक के रूप में, पार्टी के लिए काम किया। कभी पद की लालसा नहीं रखी। हमारे यहां विचारधारा से काम किया जाता। भारत माता हमारे मूल में है। हमारा एक-एक कार्यकर्ता समर्पित रहता है। बूथ का कार्यकर्ता मुस्तेदी के साथ टिका हुआ है। नवनिर्वाचित सांसद चौधरी ने कहा कि भाजपा ने मुझ जैसे साधरण कार्यकर्ता को टिकट देकर आज जिताया और सांसद बनाया। यह केवल भाजपा में संभव है। इसके लिए मैं केंद्रीय नेतृत्व व पूरे संगठन और जनता का आभारी व ऋणी रहूंगा।