नर्मदा घाटी में 37 साल भ्रष्टाचार का नारा देकर NBA कार्यकर्ताओं ने निकाली बड़ी रैली

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बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

बड़वानी- बड़ी संख्या में नर्मदा बचाओ आन्दोलन के कार्यकर्ताओं ने निकाली रैली पुराना कलेक्ट्रेट पर की सभा प्रफुल्ल सामंतरा,जनकवि बल्ली चिमाजी सहित बड़ी संख्या में अन्य प्रदेश से लोग पंहुचे बड़वानी

बड़वानी: नर्मदा बचाओ आंदोलन ने नर्मदा घाटी में 37 साल भ्रष्टाचार का नारा देकर आज रैली निकाली। साथ ही पुराना कलेक्ट्रेट पर जनसभा को भी सम्बोधित किया। इस दौरान पर्यावरणविद पुरस्कृत प्रफुल्ल सामंतरा, फिल्म कलाकार चेतन अहिंसा,जनकवी बल्ली चीमाजी,किसान नेता डा. सुनीलम,मैगसेसे पुरस्कृत संदीप पांडे,इरफान जाफरी,अनेक शिक्षाविद और राज्य सभा सांसद और अन्य वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुवे। हालांकि इस दौरान रैली व जनसभा का औचित्य गुजरात सहित केंद्र सरकार पर निशाना ही साबित हुवा।

पर्यावरणविद प्रफुल्ल सामंतरा हो या जनकवि बल्ली चिमाजी प्रधानमंत्री पर इमरजेंसी का आरोप लगाते नजर आए। प्रफुल्ल सामंतरा मेधा पाटकर पर हुई एफआईआर पर बोलते नजर आए कि उन्होंने अपने साथियों के साथ नर्मदा जीवन शालाओं का निरीक्षण किया है जिसमे कुछ भी गलत नजर नही आया। उन्होंने कहा के गुजरात के सीएम व पीएम आंदोलन न देख मेधा पाटकर पर इल्जाम लगाते है जो गलत है। मेधा सिर्फ नर्मदा बचाओ आंदोलन की नही देश की सामाजिक कार्यकर्ता है। इन्हें नक्सली कहना ठीक नही। उन्होंने कहा कि इस समय देश में इमरजेंसी लगी हुई है।

प्रफुल्ल ने विदेशी फंडिंग या शालाओं को मिलने वाली राशि सरकार विरोधी धरना प्रदर्शन या रैली में खर्च करने के आरोप को भी निराधार बताया। उन्होंने कहा कि सरकार आवाज दबा रही है जो गलत है।

बता दें कि मेधा पाटकर के खिलाफ कुछ दिन पूर्व उनकी संस्था द्वारा संचालित जीवन शालाओं में अनियमितता को लेकर बड़वानी पुलिस के द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है जिसकी जांच जारी है।