
धार के तिरला में 11 छात्राएं को स्कूल में ही बंद करके चले गए जिम्मेदार लापरवाही और सुरक्षा में गंभीर चूक का आरोप
धार: मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित तिरला मॉडल स्कूल से एक बेहद चिंताजनक और लापरवाही भरी घटना सामने आई है। स्कूल की छुट्टी के बाद 11 छात्राएं क्लासरूम के अंदर ही बंद रह गईं, क्योंकि स्कूल गार्ड ने बिना चेक किए ही कमरे को ताला लगा दिया।
जानकारी के अनुसार, छुट्टी की घंटी बजने के बाद अधिकतर विद्यार्थी बाहर निकल चुके थे, लेकिन कुछ छात्राएं किसी कारण क्लासरूम में रुक गई थीं। इसी बीच गार्ड ने क्लासरूम की ठीक से जाँच किए बिना ही बाहर से ताला जड़ दिया। ताला लगने के बाद छात्राएं करीब एक घंटे तक अंदर फंसी रहीं, जहां वे लगातार मदद के लिए चिल्लाती रहीं लेकिन किसी को इसका पता नहीं चला।
करीब 1 घंटे तक तिरला मॉडल स्कूल में फंसी रहीं छात्राएं
समय बीतने के साथ छात्राओं में घबराहट बढ़ने लगी। कमरे में बंद होने और किसी भी तरफ से मदद न मिलने पर कई छात्राओं ने खुद को बचाने के लिए खिड़कियों और छत के रास्ते बाहर निकलने की कोशिश की। इसी कोशिश में कई छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिनमें हाथ, पैर और सिर में चोटें आई हैं। आसपास के लोगों ने जब बच्चों की चीखें सुनीं, तब जाकर स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत ताला तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला।
घायल छात्राओं को तुरंत जिला अस्पताल धार में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि कुछ छात्राओं की चोटें गंभीर हैं, लेकिन सभी की स्थिति अब स्थिर है। अभिभावकों को घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद स्कूल में भारी तनाव का माहौल बन गया।
अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही और सुरक्षा में गंभीर चूक का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि छात्राओं ने खिड़की से कूदने की कोशिश नहीं की होती, तो शायद वे और ज्यादा समय तक बंद रह जातीं, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।





