Neighbor Stopped Posting Girl’s Photos on Social Media
Indore : Girl’s Photos on Social Media;इंदौर में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू हो गई, पर अभी भी थाने पर बैठी पुलिस के रवैये में कोई अंतर नहीं आया। थाने की पुलिस आज भी उसी अकड़ में है, जैसा काम वे बरसों से कर रहे हैं।
चंदन नगर के राजनगर में रहने वाली एक स्कूली लड़की छात्रा के फोटो (Girl’s Photos on Social Media)पड़ौस में रहने वाले एक लड़के पवन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर डाल दिए!
छात्रा के परिवार ने रोकना चाहा तो उस बदमाश ने घर में घुसकर छात्रा के माता-पिता और उस लड़की के साथ मारपीट की। लेकिन, चंदन नगर पुलिस के सिपाहियों ने छात्रा के परिवार को तीन बार डांटकर भगा दिया। जब मामला बड़े पुलिस
अफसरों की नजर में लाया गया तो शिकायत दर्ज की गई!
12वीं की इस स्कूली छात्रा ने पुलिस को बताया कि घर के पास रहने वाले युवक पवन ने उसके फोटो अपने इंस्टाग्राम पर गर्लफ्रेंड बताते हुए अपलोड किए थे।
जब छात्रा के पिता ने पवन को घर बुलाकर इंस्टाग्राम से छात्रा के फोटो हटाने को कहा, तो पवन विवाद करने लगा। विवाद बढ़ने पर पवन ने छात्रा के पिता को पीट दिया और उन्हें जान से मारने की धमकी देकर भाग गया।
एडीशनल एसीपी प्रंशात चौबे ने बताया कि सेक्टर-डी राजनगर में रहने वाली 15 साल की पीड़िता अपने पिता के साथ चंदन नगर थाने पहुंची थी।
उसने बताया कि नगीन नगर में रहने वाले पवन ने खुद के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मेरे फोटो पोस्ट कर दिए। इस मामले में की जानकारी पीड़िता के परिवार को लगी। उन्होंने पवन को बातचीत के लिए घर पर बुलाया।
जब पवन यहां पहुंचा तो लड़की के पिता ने इंटरनेट से फोटो डिलीट करने की बात कही। इस बात पर पवन से लड़की के पिता की कहासुनी हो गई। पवन उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगा। उसने छात्रा के साथ भी यहां धक्का मुक्की की।
इसके बाद आरोपी मौके से दोस्त के साथ बाइक पर बैठकर भाग गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक छात्रा और आरोपी पवन पहले से परिचित हैं।
छात्रा के परिचित ने ही उसके फोटो इंस्टाग्राम पर देखे थे। जिसके बाद छात्रा को इस बात की जानकारी दी थी। इस घटना से छात्रा की मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा और वह डिप्रेशन में है।
अपने साथ पढ़ने वाले छात्र की हरकत और पुलिस के रवैए से छात्रा डिप्रेशन में चली गई। आखिरकार उसके पिता को सीएम हेल्पलाइन पर गुहार लगानी पड़ी।
इसके बाद ही आरोपी छात्र पर पुलिस ने केस दर्ज किया। बेटी के डिप्रेशन में चले जाने से उसकी मां की आंखें नम हैं। बेटी का दर्द बताते हुए मां के आंसू छलक पड़े थे।
विवादास्पद TI ने आयोग से SP की शिकायत की
पुलिस ने बात ही नहीं सुनी
इस बात की शिकायत करने छात्रा अपने माता-पिता के साथ पुलिस के पास पहुंची, तो उन्होंने भी उनकी नहीं सुनी। पुलिस ने तीन बार उन्हें लौटा दिया, साथ ही धमकाया भी।
पीड़िता छात्रा की मां ने बताया कि लड़के की शिकायत करने जब हम चंदन नगर थाने पहुंचे, तो वहां बैठे जवानों ने हमें लौटा दिया। ऐसा तीन बार हुआ।
हर बार आवेदन लेकर गए और थाने पर बैठे जवानों ने हमें तीनों बार लौटा दिया। इसके बाद हमने TI और ACP से मुलाकात की। तब जाकर रिपोर्ट दर्ज हुई। इतना होने पर भी थाने के स्टाफ ने हमें डराया-धमकाया। हेल्पलाइन नंबर 181 पर शिकायत की, तो भी कार्रवाई नहीं हुई।
कोतवाली थाने की कमान DGP की IPS बेटी को
महिला एवं बाल विकास विभाग और चाइल्ड लाइन में भी शिकायत की। शिकायत के बाद पहली बार जब थाने बुलाया तो बेटी नर्वस हो गई। डिप्रेशन में चली गई। बाद में चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग हुई। इसके बाद वह थोड़ी ठीक हो पाई।
मेरे तीन आवेदन थाने से वापस आ गए। जिसकी रसीद मेरे पास है। मैंने इस मामले में दो बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की। बेटी को अकेले कमरे में पुलिसकर्मी ले गए।
उसके बयान के आधार पर जमानती धाराओं में केस दर्ज किया। चंदन नगर पुलिस ने कार्रवाई करने की बात कर हमें घर भेज दिया।
थाने से हमारे पास सुबह भी खबर पहुंचाई थी, जो किया अच्छा नहीं किया। हम तुम्हें देख लेंगे। FIR के बाद हमें फिर थाने बुलाया गया।
पुलिस की धमकियों की रिकॉर्डिंग
अब थाने जाने में भी हमें डर लगता है। हमें कहीं फंसा न दें। पुलिस ने यही कहा था कि कार्रवाई आगे बढ़ाना चाहते हैं या समझौता करना चाहते हैं। हमारे पास मोबाइल में धमकियों की रिकॉर्डिंग भी है। पुलिस मांग रही है। हमें डर है कि वह डिलीट नहीं कर दे। मेरा एक सात साल का बेटा दिव्यांग है।
एक बेटा छोटा है, पति घर पर नहीं होते हैं, तो डर सताता है कि बच्ची के साथ कुछ गलत नहीं हो जाए। दो-तीन दिन हमें परेशान किया तो हमने वकील के जरिए ऑनलाइन आवेदन दिया।
थाने में बदसलूकी की जांच कराएंगे
चंदन नगर TI दिलीप पुरी ने बताया, छात्रा के माता-पिता थाने आए थे। पर वे बेटी को नहीं ला रहे थे। ऐसी स्थिति में FIR नहीं लिखी जा सकती। जैसे ही वे बेटी को लेकर आए, उसने अपने हाथ से आवेदन पत्र लिखकर छात्र की शिकायत की, जिसके बाद हमने केस दर्ज कर लिया।
इस संबंध में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी बता चुका हूं। यदि थाने में छात्रा या उसके माता-पिता के साथ किसी तरह की बदसलूकी हुई होगी तो इसकी जांच कराएंगे।