New Initiative: गुजरात की तर्ज पर होगा MP के शहरों का विकास, बढ़ेंगे उद्योग, ऊर्जा के क्षेत्र में नवाचार होंगे शुरु
भोपाल. मध्यप्रदेश में अब गुजरात का विकास मॉडल लागू होगा। प्रदेश में गुजरात की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों का विकास होगा, टाउन प्लानिंग होगी। प्रदेश के औद्योगिक विकास नई उड़ान भरेगा और उर्जा के क्षेत्र में नवाचार होंगे। इसे देखने के लिए मध्यप्रदेश के तीन प्रमुख विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव इन दिनों अपनी टीम के साथ अहमदाबाद गुजरात के दौरे पर है।
ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला और उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह इन दिनों गुजरात के अहमदाबाद और अन्य शहरों के दौरे पर है। गुजरात भारत का एक ऐसा प्रदेश है जिनसे तेजी से विकास की उड़ान भरी है। यहां की रोड, यहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर, यहां के शहरी क्षेत्रों का सुनियोजित विकास, यहां के औद्योगिक विकास ने अन्य राज्यों से बाजी मारी है। मध्यप्रदेश जहां बिजली चोरी और लाइन लॉस को नहीं रोक पा रहा है वहीं गुजरात में इस मामले में चोरी को सख्ती से रोका गया है। किस तरह से गुजरात के शहरी क्षेत्रों में सुनियोजित विकास हुआ है। शहरों में व्यवस्थित चौड़ी सड़कें, रात में रौशन होती सड़कें, बस और रेलवे स्टेशन, पार्क तथा सार्वजनिक स्थाानों की रौनक ने शहर को चकाचक कर दिया है। सीवरेज लाइनें, पेयजल प्रदाय के उम्दा प्रबंध, झुग्गीयों के पुनर्वास पर हुए काम और वहां की व्यवस्थित प्लानिंग को मध्यप्रदेश के अफसर देख रहे हैं। किस तरह वहां बिजली के लाइन लॉस को रोका गया है। सौर उर्जा के बेहतर उपयोग से बिजली का खर्च कम हुआ है। लोगों को सस्ती बिजली मिल रही है। पीएम मुफ्त सूर्यघर बिजली योजना का किस तरह से उपयोग वहां किया जा रहा है। कैसे बड़े प्लांट बिजली उत्पादन के लिए लग रहे है किस तरह से वहां बिजली का अधिक उत्पादन हो रहा है यह अफसर देख रहे है। इसी पैटर्न पर मध्यप्रदेश मे काम होगा।
गुजरात में उद्योगपतियों और निवेशकोें को आकर्षित करने वहां की निवेश नीति में किस तरह के प्रावधान किए गए है। नये निवेशकों के लिए किस तरह से सरकार ने रेड कारपेट बिछाया है। किस तरह की नई योजनाएं वहां लागू की गई है। रियायतों का पिटारा किस तरह से निवेशकों के लिए सरकार ने खोला है। इस सब पर दो दिनों से ये अफसर मंथन कर रहे है। घूम-घूम कर वहां की व्यवस्थाएं देख रहे है। लौट के आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से ये सभी चर्चा करेंगे और जो बेहतर गुजरात में हुआ है। वह यहां भी लागू किया जाएगा।