New Threat : इंदौर में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट का नया रूप मिला, 16 संक्रमितों में 6 बच्चे

ये तेजी से फैलने वाला वेरिएंट, ब्रिटेन ने इसे अंडर इन्वेस्टिगेशन श्रेणी में रखा 

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Indore : ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA-2 ने शहर में अपनी मौजूदगी बता दी। ओमिक्रॉन के इस नए स्ट्रेन से प्रभावित 16 लोग मिले हैं। इनमें 6 बच्चे भी हैं। यह टेस्ट किट की पकड़ में भी नहीं आ रहा। इस वजह से इसे ‘स्टेल्थ’ यानी छिपा हुआ वर्जन कहा जा रहा है।

देशभर से 530 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए है। ये स्पष्ट नहीं है कि इस वर्जन का पहला केस कहां मिला था। ब्रिटिश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, ब्रिटेन में पहली बार 6 दिसंबर 2021 को स्टेल्थ वर्जन का पता चला था। वहां 426 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ये वेरिएंट तेजी से फैलता है और इसे ब्रिटेन में अंडर इन्वेस्टिगेशन (Under Investigation) श्रेणी में रखा गया है।
कोरोना के नए वेरिएंट BA-2 के लक्षण भी ओमिक्रॉन से मिलते-जुलते हैं। इसका पता लगाने के लिए जिस जेनेटिक सोर्स को देखते हैं, वह BA-2 में नहीं मिलता। ऐसे में जेनेटिक सीक्वेंसिंग से ही इस वेरिएंट की पहचान संभव है।
ब्रिटेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क में भी इसके नए मामले सामने आए। यह वेरिएंट ओमिक्रॉन की तरह ही तेजी से फैलने वाला है। इसकी पहचान न होने पर इसके संक्रमण को रोक पाना भी मुश्किल है। ब्रिटेन, स्वीडन और सिंगापुर में से हर एक देश ने 100 से ज्यादा सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं।
कोरोना के इस नए वेरिएंट को पहचानने के लिए पिछले साल 17 नवंबर से ‘ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लूएंजा’ (Global Initiative on Sharing All Influenza) के तहत तमाम देशों से डाटा जुटाया जा रहा है। करीब 40 देश अपना डेटा भेज भी चुके हैं, जिनमें भारत भी है। कोरोना के वैरिएंट्स पर रिसर्च कर रही यूनिवर्सिटी ऑफ जेनेवा (University of Geneva) के निदेशक फ्लैहॉल्ट का कहना है कि इसका नाम सुनकर घबराएं नहीं, बस सतर्कता जरूरी है। नया वर्जन BA-2 ओमिक्रॉन की तरह ही संक्रामक है। हालांकि, अब तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि यह कितना खतरनाक है।