News of Extension to CS is Fake : मुख्य सचिव बैंस को एक महीने की सेवा वृद्धि का चुनाव आयोग ने किया खंडन!
वायरल खबर को CEO ने ‘एक्स’ पर Fake News बताया!
Bhopal : मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को तीसरी बार एक महीने के लिए सेवा वृद्धि दिए जाने की सोशल मीडिया पर वायरल खबर का खण्डन करते हुए चुनाव आयोग ने इसे Fake News बताया है।
मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव (CS) इकबाल सिंह बैस का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। उन्हें दो बार छह-छह माह के लिए सेवा वृद्धि दी गई। यह सेवा वृद्धि राज्य सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने दी। हाल ही में सोशल मीडिया पर मुख्य सचिव को तीसरी बार एक महीने के लिए सेवा वृद्धि दिए जाने की खबर तेजी से वायरल हुई जिसका चुनाव आयोग ने खंडन किया है।
A fake news is being shared on social media that Election Commission has given approval to the extension of tenure of Chief Secretary of Madhya Pradesh who is about to superannuate.
It is clarified that no such approval has been given by the Commission. pic.twitter.com/5ngBh6lqbs— CEOMPElections (@CEOMPElections) November 23, 2023
सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अपने बयान में चुनाव आयोग (EC) ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक फर्जी खबर शेयर की जा रही है कि चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्त होने वाले मुख्य सचिव के कार्यकाल के विस्तार को मंजूरी दे दी है।
यह स्पष्ट किया गया है कि आयोग द्वारा ऐसी कोई मंजूरी नहीं दी गई है।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है। ऐसे में वर्तमान मुख्य सचिव को सेवा वृद्धि दिए जाने या अगले मुख्य सचिव के नाम का फैसला चुनाव आयोग की अनुमति से ही लिया जा सकेगा। अगर इकबाल सिंह बैंस को तीसरी सेवा वृद्धि नहीं दी जाती है (जिसकी की संभावना अब कम दिखाई दे रही है), तो चुनाव आयोग द्वारा शासन से पैनल प्राप्त होने पर वरिष्ठता के आधार पर नए अधिकारी को CS का प्रभार सौंपा जा सकता है।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के बाद वरिष्ठों में 1987 बैच के IAS अधिकारी अजय तिर्की, 1988 बैच के संजय बंधोपाध्याय और 1988 बैच की वीरा राणा हैं। इसमें से अजय तिर्की और संजय बंधोपाध्याय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। अजय तिर्की तो दिसंबर में रिटायर भी हो रहे हैं।
राणा के बाद 1989 बैच के IAS अधिकारी अनुराग जैन आते हैं। वे भी अभी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसके बाद इसी बैच के मोहम्मद सुलेमान का नंबर आता है।
मुख्य सचिव को लेकर जल्द फैसला
अगले मुख्य सचिव के नाम को लेकर जल्द फैसला होने की संभावना है। 3 दिसंबर को प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना है। ऐसे में यदि इकबाल सिंह बैंस को सेवावृद्धि दी जाती है, तो इसका निर्णय भी अगले दो-चार दिन में हो सकता है। यदि इकबाल को सेवा वृद्धि नहीं दी गई तो वरिष्ठता के आधार पर 1988 बैच की वीरा राणा के मुख्य सचिव बनने की संभावना सबसे ज्यादा है।
ऐसी स्थिति में शायद ऐसा पहली बार होगा जब विधानसभा चुनाव में एक CS की निगरानी में मतदान और दूसरे की देखरेख में मतगणना होगी।
बता दें कि दिसंबर के पहले सप्ताह में 16वीं विधानसभा का गठन हो जाएगा। नई सरकार अपने नजरिए से मुख्य सचिव बनाएगी। ऐसे में एस एन मिश्रा, मलय श्रीवास्तव और डॉ राजेश राजौरा के नाम भी चर्चा में है।
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