Night Working Culture : 24 घंटे खुले बाजार, BPO और IT सेक्टर को सहूलियत!

अब घर जाने में डर नहीं लगता, रात में खाने की भी परेशानी नहीं!

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Night Working Culture : 24 घंटे खुले बाजार, BPO और IT सेक्टर को सहूलियत!

Indore : यह शहर किसी भी काम में पीछे नहीं रहता। फिर चाहे बार खाने की बात हो या काम की। हर काम में दूसरे शहरों से बेहतर बनने की शहर की आदत बन गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए नाइट वर्किंग कल्चर को बढ़ावा देने के लिए 24 घंटे होटल, रेस्टोरेंट को खुला रखने का नोटिफिकेशन श्रम विभाग ने जारी किया है।

इस नए कदम से रोजगार बढ़ेगा और नाइट वर्किंग करने वाले लोग भी सुरक्षित घर भी जा सकेंगे। शहर में आईटी, बीपीओ सहित कई नए स्टार्टअप का काम बढ़ा है, यहां काम करने वालो को खाने-पीने सहित कुछ जरूरत देर रात को भी पढ़ती है। उन्हें सुविधाएं देने के लिए प्रशासन ने ये व्यवस्था बनाई है। अभी यह व्यवस्था पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद में है।

आईटी और बीपीओ सेक्टर में काम करने वाले लोगों को शिफ्ट के हिसाब से देर रात 3-4 बजे तक भी काम करना पड़ता है। लेकिन, जब वे ऑफिस से घर के लिए निकलते हैं, तो दुकानें बंद नजर आती है। उन्हें ऑफिस की वर्किंग के बाद खाना भी नहीं मिल पाता है। इसके साथ ही देर रात घर जाने में सुनसान जगहों पर कई आपराधिक घटनाएं होने का डर भी रहता है। जिससे शहर में नाइट वर्किंग प्रभावित होती है। इस कारण से कई लोग तो नौकरी भी छोड़ चुके है। लेकिन, अब शहर में देर रात तक काम करने वाले लोगों को प्रशासन सुविधा देगा, इससे शहर अपने वर्किंग कल्चर में और आगे बढ़ता जाएगा।

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आईटी कंपनियों को सहूलियत

चौबीस घंटे शहर खुले रहने से शहर में बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियां भी कदम रखने लगेगी। धीरे-धीरे शहर आईटी हब बनता जाएगा। फिलहाल रात 12 बजे शहर लगभग बंद हो जाता है, इससे नाइट वर्किंग करने वाले कर्मचारियों को परेशानी आती है। लेकिन अब कर्मचारी खुद को सुरक्षित महसूस करने लगेंगे। इससे टू-टीयर सिटी की और रुख कर रही आईटी कंपनियां अब इंदौर को अपना डेस्टिनेशन बना सकेंगी।

रोजगार को बढ़ावा मिलेगा

शहर हर समय खुला रहेगा, तो कंपनियों में नए रोजगार के अवसर भी बढ़ने लगेंगे। लोग देर रात तक काम करने के लिए जागरूक रहेंगे। रेस्टोरेंट अभी रात 12 बजे तक बंद हो जाते है, लेकिन हमेशा खुले रहेंगे तो वहां भी नए कर्मचारियों को रोजगार मिल सकते है।

 

अब हादसों का डर नहीं

रात में अभी हमें सुनसान जगहों से निकलने में हमेशा डर लगता है, हमेशा ऐसा लगता है कि कोई घटना हमारे साथ ना हो जाए। हमें देर रात 2-3 बजे ऑफिस से निकलना होता है। इसके साथ ही खाना तो रात में मिल ही नहीं पाता है। प्रशासन को सबसे पहले हमें घर तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी लेना चाहिए। लेकिन अब हम सुरक्षित घर जा पाएंगे।

एक बीपीओ कर्मचारी ने बताया कि मैं दो साल से बीपीओ सेक्टर में काम करता था। लेकिन, देर रात हो रही वारदातों के कारण मैंने नौकरी छोड़ दी थी। शहर अगर 24 घंटे खुला रहेगा तो मैं फिर से काम कर पाउंगा। क्योंकि, रात में रेस्टोरेंट और होटल खुले रहेंगे तो चहल-पहल नजर आएगी। साथ ही हमें देर रात तक खाने की सुविधा भी मिलने लगेगी।