

Nitin Gadkari की चिंता: अमीर-गरीब की बढ़ती खाई पर जताई चिंता, रोजगार और ग्रामीण विकास पर दिया जोर
New Delhi केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने देश में अमीर-गरीब की बढ़ती खाई और आर्थिक असमानता पर चिंता जताई है। गडकरी ने कहा, “धीरे-धीरे गरीब लोगों की संख्या बढ़ रही है और धन कुछ अमीर लोगों के हाथों में केंद्रित होता जा रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। अर्थव्यवस्था को इस तरह से विकसित होना चाहिए कि रोजगार पैदा हो और ग्रामीण क्षेत्रों का उत्थान हो।”
*आर्थिक असमानता पर गडकरी की राय*
गडकरी ने स्पष्ट किया कि देश की आर्थिक नीति ऐसी होनी चाहिए जिसमें समाज के सभी वर्गों को आगे बढ़ने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि पूंजी का संकेंद्रण सामाजिक असंतुलन को जन्म देता है, जिससे गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती है।
*रोजगार और ग्रामीण विकास पर फोकस*
Gadkari ने कहा कि जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग, शिक्षा और बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंचेंगी, तब तक देश की प्रगति अधूरी रहेगी। उन्होंने युवाओं के लिए स्वरोजगार, किसानों की आय वृद्धि और गांव-गांव में विकास की जरूरत पर जोर दिया।
*समावेशी विकास की आवश्यकता*
Gadkari ने कहा, “हमें ऐसी आर्थिक संरचना बनानी है, जिसमें समाज के अंतिम व्यक्ति तक समृद्धि पहुंचे और हर नागरिक को सम्मानजनक जीवन मिले।”
उनका बयान सरकार और नीति निर्माताओं के लिए संदेश है कि विकास का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचना चाहिए।
“अपनी बात”-
नितिन गडकरी का यह बयान देश में समावेशी और संतुलित विकास की जरूरत को रेखांकित करता है।