No Major Crimes in Night Culture : नाइट कल्चर में मारपीट के मामले ज्यादा, कोई बड़ा अपराध नहीं!
Indore : प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में ‘पायलट प्रोजेक्ट’ के तहत ‘नाइट कल्चर’ की शुरुआत की गई थी। वर्ष 2021 में जब इसे शुरू किया तो विरोध के स्वर मुखर हुए। प्रशासन ने इसे बीआरटीएस के 100 मीटर के दायरे में लागू किया था। धीरे-धीरे यह योजना उदाहरण बनने लगी। इस दायरे में मारपीट के छुटपुट मामले अधिक हुए। जबकि, गंभीर अपराध नगण्य रहे।
शराब पीकर वाहन चलाने वालों की संख्या बढ़ी। बढ़ते शहर और चकाचौंध भरी जिदंगी जीने वालों के लिए तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने नाइट कल्चर की रुपरेखा तैयार की थी। इस दौरान शहर में अपराधों के आंकड़ा बढ़ रहा था, इसलिए योजना का विरोध होने लगा। कुछ लोगों ने इसे तानाशाही वाला रवैया तो कुछ लोगों ने इसे कारोबार में बूम लाना माना। फिर भी इसे अनदेखा कर योजना शुरू हुई। इसमें कहा गया कि दायरे में आने वाले क्षेत्र में कारोबारी 24 घंटे अपना कारोबार संचालित कर सकते हैं।
इसलिए नाईट कल्चर शुरू किया गया
– शहर में कई कारखाने, प्रतिष्ठान देर रात को बंद होते हैं। ऐसे में श्रमिकों, कर्मचारियों को खानपान की सुविधा मिल सके।
– सराफा चाट चौपाटी के अलावा लोगों को खानपान का नया स्थान मिल सके।
– व्यापार बढ़ने से शासन-प्रशासन की आमदनी बढ़ने।
– बाहर से आने वाले लोगों को इस मार्ग पर सुगम सफर मिले।
कुछ पबों में विवाद भी हुए
दायरा तय होने से बीआरटीएस को जोड़ने वाले चार थानों में विवाद अपेक्षाकृत कम हुए। इसके उलट लसूड़िया, विजयनगर में पबों में विवाद हुए। रात्रि में कार तेजी से चलाने पर हिट एंड रन का मामले भी सामने आए। विजयनगर, लसूड़िया में पब तो भंवरकुआ थाना क्षेत्र में होस्टल, कॉलेज संचालित होते हैं। होस्टल के छात्र-छात्राओं के देर रात घुमने से भी कई बार विवाद हुए हैं।
छह माह में अपराध
– विजयनगर-लसूड़िया में पबों में मारपीट के 12 मामले दर्ज।
– एमआईजी थाना क्षेत्र में चाय दुकान पर 13 विवाद।
– भंवरकुआ में नाश्ता दुकान पर 8 विवाद।
– पलासिया में चाकूबाज पकड़ाए।
– आजादनगर में भाजपा नेता के बेटे द्वारा हिट एंड रन का मामला।
– नशा करके वाहन चलाने पर 20 लोग पकड़ाए।