Not 8 Lanes, 6 Lanes Will be Made : इंदौर-उज्जैन और देवास-भोपाल मार्ग को 6 लेन बनाने का फैसला!

भूमि अधिग्रहण कानून की जटिल प्रक्रिया को देखते हुए 8 लेन का विचार बदला गया!

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Not 8 Lanes, 6 Lanes Will be Made : इंदौर-उज्जैन और देवास-भोपाल मार्ग को 6 लेन बनाने का फैसला!

Bhopal : इंदौर और उज्जैन के बीच बढ़ते ट्रैफिक को सुविधाजनक बनाने के लिए इंदौर-उज्जैन मार्ग को 6 लेन बनाने का फैसला किया गया। क्योंकि, उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद यहां ट्रैफिक की समस्या बढ़ी है। ट्रैफिक को कम करने के लिए यही उपाय था कि रास्ते को चौड़ा किया जाए। पहले इसे 8 लेन बनाए जाने की बात की गई थी, लेकिन अब अंतिम रूप से तय किया गया कि ये 6 लेन बनेगा।

भोपाल-देवास मार्ग को फोर लेन से आठ लेन में बदला जाना था, मगर मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम इसे भी 6 लेन में ही बदलने जा रहा है। इंदौर से उज्जैन के 49 किलोमीटर के फोर लेन के साथ ही भोपाल-देवास के 141 किलोमीटर के फोर लेन को 6 लेन में परिवर्तित करने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। इसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे व डीपीआर के लिए ऑनलाइन टेंडर बुलवाए गए हैं। जिसमें कुल 190 किलोमीटर लम्बाई की इन दोनों सड़कों को 6 लेन में परिवर्तित किए जाने का प्रस्ताव शामिल है।

इंदौर से उज्जैन की यात्रा में करीब एक घंटा लगता है। इंदौर से धरमपुरी तक कई टाउनशिप, कॉलेज और बड़े स्कूल भी खुल गए। इस वजह से दोपहिया और चार पहिया वाहनों का ट्रैफिक इस रुट पर बढ़ गया है। जबकि, 100 से ज्यादा यात्री वाहनों के फेरे इंदौर से उज्जैन के बीच लगते हैं। राजस्थान की तरफ जाने वाले वाहन भी इंदौर-उज्जैन रोड से नागदा होकर राजस्थान की तरफ जाते हैं। 6 लेन बनने से ट्रैफिक वाहन चालक जल्दी दूरी तय कर सकेंगे।

सिक्स लेन ही बनाया जा रहा

महाकाल लोक बनने के बाद इंदौर-उज्जैन फोर लेन पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ गया है। शनिवार और रविवार को तो वाहनों की काफी आवाजाही रहती है। इसके चलते पहले इसे आठ लेन करने की घोषणा हुई थी। मगर अब सिक्स लेन ही बनाया जा रहा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण भूमि अधिग्रहण कानून की जटील प्रक्रिया भी है। उल्लेखनीय है कि इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने का भी प्रस्ताव विचाराधीन है।

इसे लेकर पिछले दिनों प्रजेंटेशन भी हुआ था। मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए भी सड़क को कम से कम 6 लेन चौड़ा होना जरूरी है। इस तरह देवास-भोपाल के बीच भी यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है। इंदौर से देवास तक तो बायपास सहित चौड़ी सड़क मौजूद है। वहीं बायपास की सर्विस रोड को भी निगम फोरलेन में परिवर्तित कर रहा है।