अब निपटने-निपटाने का मौसम आ गया…!

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(Samras Panchayats
बारिश का मौसम जाने को है। बारिश ने लगभग पूरे प्रदेश को तरबतर कर दिया है। अब तो हालत यह है कि लोग यह सोचने लगे हैं कि बारिश बहुत हो गई अब तो। पर इस बारिश में अफसरों-कर्मचारियों की गलती मिलने पर उन्हें मंच से ही निपटाने का मौसम जोर पकड़ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो पिछले एक सप्ताह में ही निपटाने के नए रिकार्ड बना दिए हैं। झाबुआ के एसपी को पहले हटाया, फिर वॉइस रिकार्डिंग की पुष्टि होने पर निलंबित भी कर दिया। और फिर दो दिन बाद ही झाबुआ के कलेक्टर को शिकायतें मिलने पर तत्काल हटा दिया। फिर डिंडोरी में खाद्य विभाग के अफसर से मंच पर ही सवाल-जवाब हो गए और साहब का हिसाब-किताब भी शिवराज ने मंच से ही कर दिया। फिर झाबुआ की बारी आई तो यहां फिर रविवार को पहुंचने पर शिवराज ने जिला खाद्य अधिकारी को निपटा दिया। और लगता है कि बारिश तो चली जाएगी, पर निपटने-निपटाने का मौसम अब चलता रहेगा। 2023 तक यदि ऐसा ही रहा, तो बारिश से ज्यादा भारी निपटने-निपटाने का मौसम पड़ेगा। मुख्यमंत्री की मंशा जान अब मंत्रियों ने भी इसी अंदाज में आगे बढ़ने के संकेत देना शुरु कर दिए हैं। राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने भी तेवर दिखा दिए हैं, अब गेंद अफसरों के पाले में है।
हाल ही में छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री चौहान ने जनता से सीधे सवाल किए।पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाने मंच से ही अधिकारियों को  निर्देश दिए। अंदाज कुछ यूं था कि यहाँ वालों के 1 सप्ताह में बन जाए और बाकी जितने बचे हैं 31 अक्टूबर तक शिविर लगेंगे। 31 अक्टूबर तक एक-एक व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बन जाना चाहिए जो पात्र हैं। उसके बाद अगर मुझे कोई बिना बने मिल गया तो ठीक नहीं होगा।
हेल्पलाइन में आवास योजना ग्रामीण में शिकायत आई है। इसकी जांच वगैरह करते हो कि नहीं। रोजगार सहायक जिसने गड़बड़ी की है उसकी सेवा समाप्त करो। जेल भेजो। जिन हितग्राहियों की राशि दूसरे खातों में पहुंची है। उन्हें राशि वापस दिलाने के लिए क्या कार्रवाई होगी। आप फिर से चेक करो। एक-एक शिकायत की जांच हो। इसमें अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। फिर डिंडोरी जिला की सुन लो। मंच पर शिवराज बोले कि इनको माइक दीजिए यह बताएंगे कि उज्जवला के कार्ड क्यों नहीं बने अब तक।कार्ड गैस एजेंसी वाले को बनाना था कि आपको बनाना था यह बताओ, क्लियर करो पहले। आपका क्या काम है यह बताओ कैसे गैस एजेंसी वाले कार्ड नहीं बना रहे। जनवरी लास्ट से अब सितंबर हो गया मैं यह पूछ रहा हूं कि 70 हजार में से 30 हजार कार्ड ही क्यों बने, कब तक काम चलेगा? ऐसे लोगों को सस्पेंड करो, यह कोई काम करने का तरीका होता है, सस्पेंड करो इन्हें।
आयुष्मान कार्ड की योजना के बारे में इन्हें पता ही नहीं तो क्या मतलब है इनका। जाओ आप सस्पेंड, ऐसे कोई काम करने का तरीका नहीं है। यह गैस एजेंसी वाले कौन-कौन हैं इनको भी देखो ? फिर 24 सितंबर को बुरहानपुर जिला की तारीफ की बारिश। शिव का अंदाज एकदम जुदा, एक तो मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है बुरहानपुर कलेक्टर बहुत व्यवस्थित काम करते हैं। जो काम मैं इन्हें देता हूं, वो मध्यप्रदेश में लगभग अग्रणी जिला रहता है उसकी मुझे आनंद और प्रसन्नता है। फिर 25 को झाबुआ जिला। शिवराज बोले मेरे पास एक शिकायत और आई है, राशन की दुकान पर अनाज समय पर नहीं मिलता और अनाज वितरण में धांधली कि जाने की सूचना है। मैं उसकी भी जांच करवा रहा हूं और त्यागी जी को जिले से बाहर करने के निर्देश दे रहा हूं। मेरा सफाई अभियान जारी है। और बाद में त्यागी पर गाज गिर गई।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तेवर दिखाए। मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर में कोई भी व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए जीरो टारगेट लेकर मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर में काम करना है। सुरखी विधानसभा क्षेत्र को समस्या विहीन बनाना हमारा लक्ष्य है। अधिक से अधिक लोगों के काम अधिकारी, कर्मचारी  निपटाएं ,नहीं तो खुद निपटने को तैयार हो जाएं। यह बात राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ग्राम घूघर में आयोजित मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के दौरान कही।
तो स्थितियां साफ हैं, तेवर कड़े हैं और त्वरित एक्शन वाले भी हैं। शिव-गोविंद की तरह अब दूसरे मंत्री भी इसी तरह के भाव के साथ आगे बढ़ने का मन बना चुके हैं। अगला बारिश का मौसम आते-आते शायद निपटने-निपटाने की सूची बहुत लंबी हो चुकी होगी…!