अब बुधनी जीतने का जीतू का प्रण…आसान नहीं है रण…
रामनिवास रावत के कैबिनेट मंत्री बनने और जंगल जैसा मजबूत महकमा मिलने के बाद कांग्रेस को विजयपुर विधानसभा सीट पर पराजय साफ नजर आ रही है। ऐसे में अब शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफा के बाद रिक्त हुई विधानसभा सीट बुधनी पर कांग्रेस ने अपनी नजरें टिका दी हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को अपनी साख बचाने की उम्मीद भी बुधनी में नजर आ रही है। इसकी वजह है कि परिवारवाद से पल्ला झाड़ रही भाजपा शिवराज के बेटे कार्तिकेय या परिजन को टिकट देगी, यह उम्मीद न के बराबर है। ऐसे में कांग्रेस की आंखों में बुधनी में जीत टिमटिमाने लगी है। जीतू पटवारी भी मुकाबला कम से कम एक-एक से बराबरी पर लाकर अपने विरोधियों का मुंह थोडे़ समय के लिए बंद करने के पूरे जतन में जुट गए हैं। जीत का मंत्र भी बूथ में ही समाहित है, सो जीतू भी बुधनी के कार्यकर्ताओं में बूथ पर विजय का मंत्र फूंकते नजर आ रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने नसरूल्लागंज यानि भैरूंदा में कांग्रेसजनों के साथ टिफिन पार्टी संग संगठनात्मक चर्चा कर जीत की यही इमारत गढ़ने की कोशिश की है। और कांग्रेस की मूल भावना पर फोकस कर रहे हैं। बुधनी विधानसभा में जीतू पटवारी प्रेम, भाईचारा, मोहब्बत की दुकान लगाकर बाजी पलटना चाहते हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के भैरूदां पहुंचे और वहां ग्राम इटावा में वरिष्ठ कांग्रेसजनों, ब्लाक अध्यक्ष, बूथ प्रभारी, बीएलए और कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक कर आगामी कार्ययोजना, संगठनात्मक गतिविधियों को लेकर चर्चा की। तो पटवारी ने बुधनी विधानसभा के ग्राम वासुदेव स्थित बजरंग कुटी के श्री रामानंद आश्रम धाम में पूजा अर्चना कर दर्शन कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की।
पटवारी ने स्नेह, मोहब्बत की दुकान जो कांग्रेस पार्टी की मूल भावना है उसी भावना को सार्थक करने के उद्देश्य से सभी कांग्रेसजनों के साथ बैठकर संयुक्त रूप से लगभग दो सौ प्रकार के ग्रामीण व्यंजनों का लुफ्त भी उठाया। पटवारी ने एक साथ टिफिन पार्टी कर एकजुटता का परिचय दिया। पटवारी ने कहा कि टिफिन पार्टी के माध्यम से अपनों के बीच बैठकर भोजन करने का आनंद अद्भुत अनुभूति प्रदान करता है, इस तरह के कार्यक्रम आपस में स्नेह, मान-सम्मान और संवाद बनाये रखने का सबसे सशक्त और मजबूत माध्यम है, जिसकी आज हम सभी को सबसे पहली प्राथमिकता है। पटवारी ने बुधनी के नसरूल्लागंज में कांग्रेसजनों को फिर वही नारा दिया ‘‘आधी रोटी खायेंगे और बुधनी में कांग्रेस को जितायेंगे’’ हम सभी के साझा प्रयास से उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की विजयश्री निश्चत है।
पटवारी ने नसीहत दी है कि कांग्रेस बुधनी का उपचुनाव पंचायत चुनाव की तरह हर बूथ पर लेड़गी। मेरा बूथ-मेरा वैभव अभियान चलाकर कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाया जायेगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पसंद से ही जमीनी कार्यकर्ता को कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी बुधनी में बनाया जायेगा और यहां कांग्रेस की विजय सुनिश्चित होगी। पटवारी ने क्षेत्र के नागरिकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि बुधनी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का विधायक बनने पर यहां का विकास सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि मैं एक कार्यकर्ता हूं और आपकी पीड़ा को भलीभांति समझता हूं। एक-एक कार्यकर्ता को एकजुट करना और संगठन को मजबूत बनाना मेरी पहली प्राथमिकता है।
तो कांग्रेस के पास दोहरी चुनौती है। पहली चुनौती के रूप में प्राथमिकता कार्यकर्ताओं को एकजुट कर संगठन को मजबूत करना हैं। तो प्राथमिकता यह भी है कि ‘‘आधी रोटी खायेंगे और बुधनी में कांग्रेस को जितायेंगे’’। हालांकि यह सब जानते हैं कि बुधनी का किला भाजपा के लिए इतना कमजोर नहीं है कि जीतू को मुस्कराने का मौका आसानी से मिल पाएगा। पर यह बात जरूर है कि जीतू खुद को साबित करने का मौका कभी नहीं छोड़ेंगे। और मौका भी जीत का तभी मिलेगा, जब बूथ मजबूत होगा। सो फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि जीतू के लिए विजयपुर और बुधनी विधानसभा उपचुनाव की जीत से प्रीत रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बाद में जो होगा सो देखा जाएगा। फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि बुधनी जीतने का जीतू का प्रण…पर आसान नहीं है
रण…।