
98 वर्ष की आयु में न्याज दौलत सैयद का निधन: चार पीढ़ियों की साक्षी रहीं, अंतिम समय तक रहीं स्वस्थ और प्रसन्नचित
Jhabua: जिले के राणापुर की वरिष्ठ समाजसेवी और चार पीढ़ियों की साक्षी रहीं न्याज दौलत सैयद (98) का बुधवार को निधन हो गया। अपने सौम्य स्वभाव, सरल जीवनशैली और मजबूत स्वास्थ्य के लिए जानी जाने वाली न्याज दौलत सैयद ने समाज में एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
उदयगढ़ के पत्रकार अफजल हुसैन, तोफिल हुसैन, जमील हुसैन और वन विभाग में कार्यरत अख्तर हुसैन की माता न्याज दौलत सैयद का बुधवार को राणापुर में इंतकाल हो गया। उनका जनाजा नम आंखों से उठाया गया और राणापुर के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्दे-खाक किया गया। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में समाजजन, गणमान्य नागरिक, रिश्तेदार और परिचित उपस्थित रहे।
98 वर्ष की उन्नत आयु तक जीवित रहीं न्याज दौलत सैयद अपने परिवार की चार पीढ़ियों की साक्षी बनीं। आश्चर्यजनक रूप से, उम्रदराज होने के बावजूद वह अंत तक शारीरिक रूप से स्वस्थ और सक्रिय रहीं। उनके काले बाल और मजबूत दांत उनकी जीवनशक्ति और अनुशासित दिनचर्या के प्रतीक माने जाते थे।

वह न केवल अपने परिवार की चहेती और मार्गदर्शक दादी थीं, बल्कि पूरे नगर और समाज में भी उनके प्रति गहरा स्नेह था। उनके सादगीपूर्ण व्यक्तित्व, मधुर व्यवहार और करुणा ने उन्हें सबका प्रिय बना दिया था। उनके निधन पर परिवार सहित समाज के लोगों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
न्याज दौलत सैयद का जीवन सादगी, संयम और सेवा की मिसाल रहा- जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।





