– हाईकोर्ट जजों की स्पेशल कमेटी से नहीं रुकी हड़ताल
जबलपुर। प्रदेशभर के वकील आज हड़ताल पर हैं। इसका कारण जबलपुर के जिला कोर्ट में वाहनों के प्रवेश और पार्किंग रहा! इस नाराजी का असर सीधा न्यायालयीन कामकाज पर इतना पड़ा और ज्यादातर मामलों की तारीख आगे बढ़ाना पड़ी। वकीलों की इस हड़ताल के चलते आज अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण (OBC) पर होने वाली मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (HC) की सुनवाई पर भी पड़ा और वह टल गई। अब यह सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी। कुल 41 याचिकाएं इस विषय पर विचाराधीन हैं और प्रकरण पर निर्णय का इंतजार काफी बेसब्री से किया जा रहा है। आज प्रिंसिपल बेंच में सुनवाई होना तय था। पिछली सुनवाई भी समय अभाव के कारण ही आगे बढ़ाना पड़ी थी।
जबलपुर के जिला कोर्ट में गेट क्रमांक एक से वाहन प्रवेश और पार्किंग को लेकर शुरु हुए वकीलों और ज्यूडिशियरी के बीच विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि पूरे प्रदेश में के वकील हड़ताल पर चले गए। उन्होंने ‘प्रतिवाद दिवस’ मनाया और न्यायालयीन कार्य से अलग रहे। वकील न तो आज पैरवी कर रहे हैं न किसी अन्य न्यायिक-विधिक कार्य में रुचि ले रहे हैं। इसका नतीजा दूर-दराज से आने वाले पक्षकार, आवेदक, जोखिम-जमानत के काम से आने वाले परेशान हुए। उधर, न्यायालय में भी प्रकरणों की तारीख आगे बढ़ाना पड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि इस विषय का पटाक्षेप करने हाईकोर्ट प्रशासन ने भी हस्तक्षेप किया है लेकिन इस विषय पर कल हाई कोर्ट जजेस की विशेष कमेटी के साथ मीटिंग उपरांत ही वकीलों ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। इस मामले में आज वकीलों ने ज्ञापन भी देने का फैसला किया है। वकीलों का आरोप है कि गत कुछ महीनों से लगातार अधिवक्ताओं पर हमले इत्यादि की घटनाएं बढ़ रही हैं। शांतिपूर्वक लोकतांत्रिक ढंग से विरोध प्रदर्शन कर रहे वकीलों पर न्यायाधीशों द्वारा अशोभनीय टिप्पणी और विधि प्रशासन के कहने पर पुलिस द्वारा नियम विरुद्ध गिरफ्तारी कर सम्मान को ठेस पहुंचाई गई है। मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद ने इस मामले पर विधि-प्रशासन को 10 दिन का अल्टीमेटम दे कर निर्णय लेने चेताया भी है। वकीलों की हड़ताल का असर हाई कोर्ट, जिला कोर्ट, तहसील और कुटुम्ब न्यायालयों पर भी दिखाई दे रहा है।