भोपाल: प्रदेश के जिलों में तैनात अफसर स्वेच्छाचारिता कर रहे है। हालत यह है कि चौदह महीने से नौकरी से बिना बताए गायब है और उन्होंने प्रमुख सचिव के नोटिस पर जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा। ऐसे में अब जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल ने उस अफसर को निलंबित कर दिया है।
मामला दतिया में पदस्थ रहे जिला संयोजक जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास हीरेन्द्र सिंह कुशवाह का है। जनजातीय कार्य विभाग ने पिछले साल जुलाई में कुशवाह को प्रभारी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास श्योपुर के पद पर पदस्थ किया था। उन्होंने स्थानांतरित स्थल पर कार्यभार ग्रहण ही नहीं किया।
इसके चलते विभाग ने इस साल सितंबर में कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए समय दिया था। उन्हें यह चेतावनी भी दी गई थी कि समय पर समाधानकारक जवाब नहीं आने पर उनके खिलाफ एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी।
चौदह माह बीत जाने के बाद भी ना तो उन्होंने नोटिस का कोई स्पष्टीकरण समयावधि में दिया और न ही कार्यभार ग्रहण किया। जानबूझकर शासन के निर्देशों की अवहेलना कर वे स्वेच्छाचारिता बरत रहे है।
जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन ने उन्हें सिविल सेवा आचरण नियमों के उल्लंघन का दोषी पाते हुए और जानबूझकर नौकरी पर नहीं आने, जवाब नहीं देने पर निलंबित कर दिया है।