Omicron Arrangements : ओमीक्रान हमले से निपटने के लिए ऑक्सीजन, अस्पताल के इंतजाम

- विदेश से आए तीन संदिग्ध मरीजों की जल्द जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी

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Indore : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका (Fear of Third Wave) से निपटने के लिए इंदौर संभाग में पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे है। इन इंतजामों को और बेहतर बनाने तथा कोरोना की आशंका, प्रभाव, गंभीरता आदि के संबंध में संभाग आयुक्त पवन कुमार शर्मा ने डॉक्टर्स से विचार-विमर्श किया।

विदेश से आए कोरोना के संदेहास्पद तीन मरीजों की शीघ्र जीनोम सिक्वेंसिंग जांच (Rapid Genome Sequencing Investigation of Three Patients) कराने के निर्देश दिए गए।इन तीन मरीजों में ओमीक्रान होने की आशंका है। आयुक्त ने इन मरीजों के सैम्पल तुरंत ही सेम्स (SEMS) में भेजकर जांच कराने के निर्देश दिए। बताया गया कि ओमीक्रॉन से सतर्क एवं सजग रहने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी का टीकाकरण जरूरी है।

ओमिक्रॉन संक्रमण का प्रभाव (Effect of Omicron Infection) फरवरी से अत्यधिक दिखाई देगा। यह संक्रमण तेजी से फैलता भी है। इस संक्रमण की घातकता पर रिसर्च लगातार हो रहे है। अभी तक हुए रिसर्च में इस संक्रमण की घातकता कम ही बताई गई है। डॉ वीपी पांडे ने बताया कि अन्य देशों में लगे टीके की तुलना में हमारे देश में लगे टीके का प्रभाव अधिक बेहतर है।

बैठक में डॉ सलिल भार्गव ने बताया कि वर्तमान में कोरोना से बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे है। ट्रेवल से इसका फैलाव होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन का प्रभाव निश्चित ही बढ़ेगा (Omicron’s Influence is Sure to Grow), गंभीरता कम रहेगी। सावधानी एवं सतर्कता बरती गई तो यह जितनी तेजी से फैलेगा उतनी ही तेजी से समाप्त भी होगा।

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संभाग आयुक्त ने बताया कि संभाग में कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम है। सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाकर ऑक्सीजन की उपलब्धता (Oxygen Availability) सुनिश्चित की गई है। जिलों में आकस्मिक आपात स्थिति से निपटने के लिए वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए है। इन वेंटिलेटर के संचालन के लिए प्रत्येक जिले के दो-दो चिकित्सकों को मेडिकल कॉलेज इंदौर में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बुधवार से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित (Ensure Availability of Medicines) करने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया जा रहा है। यह कमेटी पीक समय में लगने वाली दवाइयों का आकलन करेगी और उपलब्धता के संबंध में कार्रवाई करेगी।