Indore : क्षेत्रीय परिवहन विभाग (RTO) द्वारा वाहन चालकों, मालिकों को राहत देने का काम जारी है। लर्निंग लाइसेंस, पक्के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के बाद अब वाहन चालक अपने एक दशक पुराने वाहन भी आनलाइन ट्रांसफर करा सकेंगे। इस अहम योजना पर मंथन चल रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो दीपावली तक यह योजना अमल में आ जाएगी।
RTO में योजना को मूर्त रूप देने शीघ्र ही नया सॉफ्टवेयर तैयार होगा। जब से विजयनगर और केशरबाग रोड से आरटीओ कार्यालय का स्थान परिवर्तन हुआ है, तब से वाहन चालकों को शहर से काफी दूर नायता मुंडला तक जाना पड़ता है। पालदा से नायता मुंडला तक सिंगल उबड़ खाबड़ सड़क से वाहन चालक परेशान रहते हैं। जब अधिकारी नहीं मिलते तो वापस लौटना भी उनकी मजबूरी बन जाता है। इस परेशानी तथा दलालों को RTO से बाहर करने परिवहन आयुक्त लगातार प्रयासरत हैं।
इसी क्रम में एक साल पहले ऑनलाइन लाइसेंस सर्विस शुरू की है। ऑनलाइन सेवा से वाहन चालकों को ईंधन के साथ समय की भी बचत हो रही है। RTO में केवल फोटो खिंचवाने ही जाना पड़ता है। डीलरों को भी कई तरह की सुविधाएं खुद मुहैया कराने के आदेश भी परिवहन विभाग दे चुका है। अब इसी क्रम में ऑनलाइन वाहन ट्रांसफर को भी शामिल किया जा रहा है।
योजना के अंतर्गत 5 से 10 साल पुराने वाहन को खरीदने और बेचने की NOC लेने वाहन मालिक को आरटीओ के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे सीधे Online जाकर वाहन संबंधी सारे दस्तावेज अपलोड कर इस योजना का लाभ ले सकेगा। आनलाइन योजना के लिए वाहन मालिक को न्यूनतम शुल्क चुकाना होगा. अभी शुल्क तय नहीं हुआ है। सॉफ्टवेयर बनने के बाद शुल्क निर्धारित होगा। ऑनलाइन सेवा से चंद मिनट में वाहन ट्रांसफर हो जाएगा। वाहन मालिक चाहे तो डीलर के पास जाकर भी इस सुविधा का लाभ उठा सकता है।