

Operation Wild Trap: वन्य जीवों की तस्करी और शिकार करने वाले 429 आरोपी सलाखों के पीछे
भोपाल:Operation Wild Trap: मध्य प्रदेश में वन्य जीवों की तस्करी और शिकार करने वाले 429 आरोपी सलाखों के पीछे है। वन विभाग को 8 लाख 28 हजार किलोमीटर पैदल गश्त और 17 लाख 83 हजार किलोमीटर वाहन गश्ती में मिली है यह सफलता।
मध्यप्रदेश वन एवं वन्य-जीव संपदा की दृष्टि से सम्पन्न प्रदेश है लेकिन यहां वन्य जीवों का शिकार, उनकी तस्करी करने वाले आपराधिक तत्व भी सक्रिय है। वन विभाग ने एक दिसम्बर, 2024 से 31 जनवरी, 2025 तक प्रदेश स्तरीय आॅपरेशन वाइल्ड ट्रैप चलाकर वन अपराधों में लिप्त 429 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
मध्यप्रदेश में 11 राष्ट्रीय उद्यान, 8 टाइगर रिजर्व, 63 सामान्य वन मण्डल और 11 परियोजना मण्डल हैं। प्रदेश में वन्य-जीवों के वास-स्थल पर बढ़ते जैविक दबाव के कारण शिकार परिवहन एवं संगठित गिरोह द्वारा राज्य एवं राज्य के बाहर ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी वन्य-जीवों की तस्करी, शिकार जैसे अपराध को रोकने के अभियान चलाये जाते रहे है।
वन विभाग द्वारा आॅपरेशन वाइल्ड ट्रैप अंतर्गत शीत ऋतु में वन अमले द्वारा संवेदनशील वन क्षेत्रों में वनोपज एवं वन्य-जीव की सुरक्षा के लिये सामूहिक गश्ती की गयी। वनोपज के व्यापार एवं शिकार में प्रयुक्त फंदा, विद्युत करेंट, खटका को जप्त किया गया। वन्य-जीव का शिकार करने वाले आदतन आरोपियों की निगरानी की गयी। वन अमले द्वारा टाइगर रिजर्व, सामान्य वन मण्डल, परियोजना मण्डल, राष्ट्रीय उद्यान में नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा अधीनस्थ कार्य क्षेत्र में आॅपरेशन वाइल्ड ट्रैप कर वन अपराधों में लिप्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव शुभरंजन सेन ने बताया कि आॅपरेशन वाइल्ड ट्रैप के अंतर्गत वन विभाग के स्थानीय अमले द्वारा विगत 2 माह में टाइगर रिजर्व, सामान्य वन मण्डल, परियोजना मण्डल और 15 श्वान दल द्वारा दिशा-निदेर्शों के अनुरूप सुचारु संपादन करते हुए वन्य-जीव सुरक्षा के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित किया गया। प्रदेश में आॅपरेशन वाइल्ड ट्रैप दल में वन विभाग के 22 हजार 610 अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। दल द्वारा 931 वन अपराध प्रकरण दर्ज किये गये। इसमें निगरानीशुदा आरोपियों की संख्या 3160, गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 429 और 328 वाहन जप्त किये गये। पीसीसीएफ सेन ने बताया कि आॅपरेशन वाइल्ड ट्रेप में वन क्षेत्र में 8 लाख 28 हजार 518 किलोमीटर पैदल और 17 लाख 83 हजार 10 किलोमीटर वाहन द्वारा गश्ती की गयी। इस आॅपरेशन में समर्पण, निष्ठा एवं मेहनत से कार्य करने वाले शासकीय सेवकों को विशिष्ट अवसर पर सम्मानित किया जायेगा।