Opposition to Burning Principal : प्राचार्या विमुक्ता शर्मा को जलाने के विरोध में कमिश्नर को ज्ञापन!
Indore : सोमवार को एक निजी कॉलेज की प्राचार्य पर एक पूर्व छात्र ने पेट्रोल डालकर उन्हें जला दिया था। वे 70% से ज्यादा जल गई हैं और उनकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। इस घटना के विरोध में शिक्षा जगत की कई हस्तियों ने आज बैठक करके निंदा प्रस्ताव पारित किया। इंदौर कमिश्नर को इस घटना के विरोध में ज्ञापन भी दिया गया। 22 फरवरी को अशासकीय कॉलेजों के प्राचार्य एक रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
अशासकीय महाविद्यालय प्राचार्य संघ के अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार झालानी एवं सचिव डॉ सचिन शर्मा ने बताया कि प्राचार्या विमुक्ता शर्मा पर जानलेवा हमला शिक्षा जगत पर एवं मानवता पर हमला है। इस विपरीत समय में अशासकीय प्राचार्य संघ हर स्थिति में पीड़िता एवं परिवार के साथ खड़ा है।
अशासकीय प्राचार्य संघ ने चोइथराम अस्पताल पहुंचकर पीड़िता को देखा एवं परिवारजन को सांत्वना दी। साथ ही बीएम कॉलेज के मालिक को बुलाकर तुरंत घटना की एफआईआर कराने को कहा।अशासकीय प्राचार्य संघ के बैनर पर विश्वविद्यालय के लगभग 70 से अधिक कॉलेज के प्रिंसिपल इस बैठक में मौजूद थे। इसके बाद प्राचार्य संघ का प्रतिनिधि मंडल कमिश्नर डॉ पवन शर्मा से मिला और उन्हें उचित कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा तथा मानसिक विक्षिप्तता से भरे आपराधिक घटना को अंजाम देने वाले असमाजिक तत्व पर तुरंत कार्यवाही कर कड़ी सजा की मांग की। पीड़िता के इलाज में हो रहे समस्त ख़र्चों को मुख्यमंत्री कोष से करने की बात कही गई। डॉ रमेश मंगल और डॉ मंगल मिश्र ने सुझाव दिया कि महाविद्यालयीन समय में पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग की जाए, ताकि शरारती अथवा बाहरी तत्व परिसर में न आ पाएं। इस प्रस्ताव पर कमिश्नर ने सहमति दी एवं पुलिस पेट्रोलिंग करने के लिए आश्वासन दिया।
इस घटना के विरोध स्वरूप 22 जनवरी को सभी प्राचार्य एवं लगभग 500 से अधिक प्राध्यापक गांधी हॉल पर एकत्रित होंगे एवं काली पट्टी बांधकर मौन रैली के रूप में विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री, गृहमंत्री एवं शिक्षामंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपेंगे। इस बैठक में अध्यक्ष डॉ राजीव झालानी, सचिव डॉ सचिन शर्मा के साथ डॉ रमेश मंगल, डॉ मंगल मिश्र, डॉ गोविंद सिंघल, डॉ संगीता भारुका, डॉ अनस इकबाल, डॉ सुहाष धांडे, डॉ सौरभ पारीख, डॉ तरनजीत सूद, फ़ादर साइमन, डॉ परितोष अवस्थी, डॉ बबिता कड़किया, डॉ आराधना चौकसे, डॉ राजेश व्यास एवं निजी कॉलेज संचालक संघ के अवदेश दवे, गिरधर नागर, रवि भदौरिया विशेष रूप से मौजूद थे। संचालन एवं निंदा प्रस्ताव अध्यक्ष डॉ राजीव झालानी ने रखा।