Opposition to Land Acquisition : मेगा टेक्सटाइल पार्क के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, कहा ‘जमीन नहीं देंगे!’
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : बदनावर में पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क का निर्माण होना प्रस्तावित है। इसकी आधारशिला पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल रख चुके है। अब इस प्रोजेक्ट के कारण जिन किसानों की जमीन जा रही है, वे प्रभावित किसान इस योजना के विरोध में उतर आए है। किसानों ने आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी है। इसके तहत बड़ी संख्या में प्रभावित किसान धार पहुंचे और यहां पर उन्होंने किला मैदान पर एकत्रित होकर एक रैली निकाली।
यह रैली आदर्श सड़क होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां कलेक्ट्रेट परिसर के गेट पर पहले से ही पुलिस ने बेरिकेडिंग कर रखी थी। ऐसे में किसानों को यहां से आगे प्रवेश नहीं दिया गया। किसान कलेक्टर से मिलने की जिद करते हुए नारेबाजी करने लगे और सड़क पर ही बैठ गए। इस दौरान किसानों ने नारे भी लगाए कि जान दे देंगे पर जमीन नहीं देंगे।
इसके अलावा बदनावर विधायक और उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के खिलाफ भी किसानों ने नारेबाजी की। साथ ही कलेक्टर प्रियंक मिश्र से मुलाकात करने की मांग पर किसान अड़े हुए है। किसानों को समझाइश देने के लिए एसडीएम धार रोशनी पाटीदार पहुंची और समझाइश देने के प्रयास किए, लेकिन किसान कलेक्टर से मिलने की बात पर अड़े हुए है।
किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन
कुछ देर के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद किसान कलेक्टर मिश्र से मुलाकात की मांग पर अड़ गए और अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान किसानों के समर्थन में ‘जयस’ नेताओं ने भी मैदान संभाला हुआ है। ‘जयस’ के महेंद्र कन्नौज किसानों को संबोधित करते नजर आए। वहीं इस आंदोलन में जयस कार्यकर्ताओं की भी सहभागिता देखने को मिल रही है। इधर इस आंदोलन के बीच मंत्री दत्तीगांव के खिलाफ भी नारेबाजी देखने को मिली है। किसानों के साथ मिलकर जयस पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क के तहत बनने वाली इकाई का विरोध कर रही है।
वाहन रोककर भी कर चुके है विरोध
इसके पूर्व पार्क के निर्माण का विरोध कर रहे किसानों ने उद्योग मंत्री दत्तीगांव का काफिला रोककर अपना विरोध दर्ज कराया था। कार से गुजरते वक्त काफिले को रोककर लोगों ने मंत्री के सामने लोगों ने अपनी बात रखी थी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें मंत्री दत्तीगांव ग्रामीणों को कांग्रेस द्वारा उकसाने की बात कहते हुए नजर आ रहे थे।
इसके बाद यह मामला ठंडा हो गया था। लेकिन पार्क निर्माण में आ रही जमीन को लेकर किसानों की लगातार नाराजगी और विरोध देखने को मिल रहा है। ऐसे में आने वाले वक्त में जब पार्क का निर्माण शुरू होगा, उस वक्त भी प्रशासन और सरकार को किसानों से भी जमीन लेने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ सकती है।