विद्यालय बंद करने के निर्णय से आरटीई के तहत अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावक असमंजस में
बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी: जिला मुख्यालय स्थित एक निजी स्कूल ‘किड्स पेराडाईज’ के प्रबंधकों द्वारा विद्यालय बंद करने के निर्णय के चलतेआर टी ई के तहत अध्यनरत करने वाले विद्यार्थियों के अभिभावक उनके भविष्य के लिए चिंतित हो गए हैं।
अचानक प्रबंधन द्वारा पूर्णरूप से विद्यालय को बंद करने के निर्णय से अभिभावक आज छोटे बच्चों के साथ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन के लिए मजबूर हो गए।
उन्होंने प्रदेश शासन सहित जिला प्रशासन से बच्चों की पढ़ाई शको लेकर न्याय की गुहार लगाई और हाथों में बैनर लिए तपती धूप में जिला कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गए।
जिला मुख्यालय स्थित निजी किड्स पेराडाईज स्कूल में वर्ष 2021-22 में शासन की निशुल्क (आर टी ई) के तहत शहर अलग-अलग स्थानों पर रहने वाले निवासियों ने शिक्षा प्रवेश भर्ती में ऑनलाइन प्रकिया के माध्यम से स्कूल में दाखिल किया गया था।
अचानक स्कूल प्रबंधक ने वित्तिय राशि शासन स्तर से नही मिल पाने की वजह से स्कूल पर ताला लगाने का निर्णय लिया है, वहीं इस दौरान छोटे नौनिहाल बच्चों के साथ पेरेंट्स जिला कलेक्ट्रेट कार्यलय पहुँचे।
देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, कविता कपूर (अभिभावक)-
कई बच्चों ने ‘न्याय के हक में’ तथा अन्य नारों के साथ नारे लगाए कि ‘शिवराज मामा हमें आगे की पढ़ाई करना है हम छोटे नौनिहाल बच्चों के साथ करो न्याय’भील खेड़ा बसाहट की एक अभिभावक कविता कपूर ने कहा कि बीच सत्र से अचानक विद्यालय के बंद होने से हम असमंजस में हैं। शासन को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए कि हमारे बच्चे अन्य विद्यालयों में भर्ती होकर अध्ययन कर सकें।उन्होंने बताया कि करीब 85 बच्चे ऐसे हैं जिनका भविष्य संकट में आ गया है।
देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, शैलेष (अभिभावक)-
वृंदावन कॉलोनी निवासी एक अन्य अभिभावक शैलेष ने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को अचानक टीसी ले जाने के लिए कहने पर हम परेशान हो गए हैं। उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत अध्ययनरत बच्चों की शिक्षा के लिए तत्काल अन्य विद्यालयों में व्यवस्था की जाना चाहिए।
इस दौरान जिला प्रशासन से ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन से इन बच्चों की शिक्षा के साथ हो रहा है खिलवाड़ जिस कारण से जिला प्रशासन इनके भविष्य के साथ उचित न्याय दिलाया जाए।
देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, प्रीति अग्रवाल (स्कूल प्रबन्धक)-
वही इस पूरे मसले को लेकर स्कूल प्रबन्धक प्रीति अग्रवाल ने कहा कि वित्तीय संकट के चलते विद्यालय को बंद कर विद्यार्थियों को टीसी देना अनिवार्य हो गया था ताकि समय रहते वह दूसरे विद्यालयों में प्रवेश ले सकें। उन्होंने कहा कि अब इस विषय में सरकार को ही निर्णय लेना है।