Patwari & RI Suspended : कलेक्टर ने सख्ती दिखाई, 5 पटवारी और 1 आरआई निलंबित

राजस्व मामलों में लापरवाही की शिकायतों के बाद कार्यवाही, अभी कुछ और नाम!

6666

Patwari & RI Suspended : कलेक्टर ने सख्ती दिखाई, 5 पटवारी और 1 आरआई निलंबित!

Indore : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव पिछले दिनों एक सार्वजनिक सभा के मंच से कहा था कि पटवारी कई बार कलेक्टर के भी बाप बन जाते हैं। मुख्यमंत्री के इस कथन को गलत नहीं कहा जा सकता। ऐसे कई मामले हैं, जब पटवारियों ने कलेक्टर के आदेश की अवहेलना करके मनमर्जी की। राजस्व बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर आशीष सिंह ने 5 पटवारियों और एक आरआई (राजस्व निरीक्षक) को शिकायतों के मद्देनजर निलंबित कर दिया। बताया गया कि अभी कुछ और पटवारियों और आरआई पर कार्यवाही संभावित है।

पटवारियों के बारे में जमीनों के गोलमाल, लोगों की बातों को नहीं सुनना, गलत रिपोर्ट देने और आर्थिक समृद्धता की शिकायत अकसर की जाती रही है। लेकिन, अब मुख्यमंत्री के इशारे को समझ कर कलेक्टर ने पूरे राजस्व अमले को कसना शुरू कर दिया। जानकारी के मुताबिक, इंदौर.राजस्व प्रकरणों के निराकरण में अनावश्यक देरी और भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबन की यह कार्यवाही की। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अभी जांच के दायरे में और भी हैं। समय है सुधर जाएं, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही डॉ मोहन यादव राजस्व अमले की नीयत पर सवाल उठाते आए हैं। पिछले दिनों तो उन्होंने कहा था कि नामांतरण, सीमांकन व बटांकन कराने जाओ तो पटवारी कलेक्टर का बाप बन जाता है। इंदौर में पोस्टिंग के साथ ही कलेक्टर आशीष सिंह ने राजस्व अमले में कसावट शुरू कर दी थी।

IMG 20240414 WA0039 IMG 20240414 WA0038 IMG 20240414 WA0037

शिकायतों व जांच के बाद कलेक्टर ने शनिवार को मुख्यालय के आरआई सुबोध टेनी और पांच पटवारियों को निलंबित कर दिया। इनमें से दो मल्हारगंज के हैं। बिचौली हप्सी, जूनी इंदौर और राऊ के पटवारी भी निलंबन की सूची में है। इसमें बड़ा नाम सुबोध टैनी का है जो बरसो से ही राजनीतिक-जमींदारी सहयोग से इंदौर में ही जमे हैं। कलेक्टर ने कहा कि अनावश्यक प्रकरण में देर करके लोगों पर दबाव बनाने का खेल अब नहीं चलेगा। जिसे काम करना है ईमानदारी से करे। वरना निलंबन के लिए तैयार रहे।

क्या लिखा निलंबन आदेश में

रोशिता तिवारी को जारी निलंबन पत्र में कलेक्टर ने लिखा कि आपके द्वारा राजस्व कार्यों में लापरवाही और अनैतिक कारणों से अनावश्यक कार्य को रोका गया। जिससे सरकारी महत्वपूर्ण काम समय पर नहीं हो पाए। अपने अपने कर्तव्यों में लापरवाही की, जो मप्र सिविल सेवा आचरण नियमों के अंतर्गत कदाचरण की श्रेणी में आता है। इसीलिए आपको मप्र सिविल सेवा नियम-1966 के नियम-9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा। निलंबन अवधि में आपका मुख्यालय भू-अभिलेख जिला इंदौर रहेगा।

अंगद के पैर की तरह जमें है टैनी

सुबोध टेनी आरआई हैं और बिचौली हप्सी में पदस्थ हैं। टेनी को इंदौर राजस्व अमले में अंगद का पैर कहा जाता है, जिसे कोई नहीं हिला पाया। इसके पीछे टेनी की राजनीतिक पकड़ है। जो उन्होंने सेवा शुल्क लेकर लोगों को फायदा देकर मजबूत की है। जब मनीष सिंह कलेक्टर थे, तब उन्होंने टैनी का ट्रांसफर मानपुर कर दिया था। लेकिन, उनके जाते ही टैनी फिर मानपुर से बिचौली हप्सी आ गए। कहा जाता है कि इंदौर के वजनदार जमींदारों के काम कलेक्ट्रेट में टेनी ही निपटाते हैं।

इन्हें किया निलंबित

– रोषिता तिवारी को मल्हारगंज से भू-अभिलेख।

– हरीश शर्मा को मल्हारगंज से भू-अभिलेख।

– ओम परमार को भिचौली हप्सी से हातोद।

– प्रभुदयाल मुकाती को जूनी इंदौर से महू

– रितेश राणा को राऊ से देपालपुर।

 

लोगों की जो शिकायतें सामने आई

– महीनों तक तारीख नहीं लगती।

– नामांतरण-बटांकन, सीमांकन व डायवर्सन के लिए बेवजह भटकाते हैं।

– प्रॉपर्टी ब्रोकर की तरह पटवारी कमीशन पर काम करते हैं।

– कभी पांच-दस हजार रिश्वत लेते थे, अब एक लाख के नीचे बात नहीं करते।

– विवादित जमीनों के सौदों में पटवारियों की अहम भूमिका।