भोपाल: मध्यप्रदेश के तीन IAS अफसरों को रिटायरमेंट के बाद भी पेंशन नहीं मिल पा रही है। विभिन्न मामलों में जारी जांचों में इन अफसरों को अब तक क्लीनचिट नहीं मिल पाने के कारण सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक ने इनकी पेंशन अब तक जारी करने की अनुमति नहीं दी है।
चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट प्रमुख के पद पर रहते हुए एक आईएएस पर सीबीआई ने आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय ने इस मामले में समानांतर जांच शुरु की थी। आईएएस ने इस मामले में सीबीआई की चार्जशीट को सुप्रीम कोर्ट में चुनाती दी थी। 31 अगस्त 2015 को सेवानिवृत्त हुए इस आईएएस को रिटायरमेंट से तीन दिन पहले चार्जशीट दी गई थी। अभी तक उनके मामले का निपटारा नहीं हुआ है और उनकी पेंशन रुकी हुई है।
जिन आईएएस अधिकारियों की पेंशन रुकी हुई है उनमें रीवा के पूर्व कमिश्नर भी शामिल है। रीवा कमिश्नर रहते हुए उनके द्वारा की गई अनियमितताओं को लेकर उनको आरोप पत्र थमाते हुए उनकी जांच शुरु की गई थी। उनकी भी पेंशन रुकी हुई है। इसके अलावा एक अन्य आईएएस अधिकारी की भी पेंशन रुकी हुई है।
एक दर्जन आईएएस की आंशिक पेंशन रुकी–
प्रदेश के एक दर्जन आईएएस ऐसे भी है जिनकी आंशिक पेंशन रोकी गई है। ग़ड़बड़ियों और अनियमितताओं के चलते उनकी विभागीय जांच और अन्य जांचों के चलते इनमे यह निर्णय लिया गया है।