PFI: DGP तक पहुंचा गया था MP का हेड

खुलासा होते ही आनन-फानन में डाले गए छापे, भोपाल में भी रहा प्रदेश का मुखिया

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भोपाल: पीएफआई का प्रदेश का मुखिया अब्दुल करीम बेकरी वाला जिला बदर के आदेश के दौरान पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के पास तक पहुंच गया था। यह खुलासा प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरी वाला ने एटीएस की पूछताछ में किया है। इसके बाद ही एटीएस तेजी से हरकत में आया और आनन फानन में आठ जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस संगठन से जुड़े लोगों की धरपकड़ के निर्देश दिए गए।

सूत्रों की मानी जाए तो अब्दुल करीम ने पूछताछ में बताया कि खरगौन दंगों के बाद पीएफआई के लोगों पर हुई कार्रवाई को गलत बताते हुए उसके संगठन ने डीजीपी को ज्ञापन देने का तय किया था। इसके बाद डीजीपी से मिलने के लिए संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने समय मांगा। पुलिस मुख्यालय की ओर से इन्हें समय भी दे दिया गया। तय समय पर ये सभी लोग पीएचक्यू पहुंचे। यहां पर तमाम सुरक्षाकर्मियों से बचते हुए प्रतिनिधि मंडल के साथ अब्दुल करीम चौथी मंजिल तक साथ गया, हालांकि वह डीजीपी के चैम्बर में नहीं गया। वह बाहर बैठ गया, जबकि प्रतिनिधि मंडल के अन्य सदस्य डीजीपी से मुलाकात करने के लिए उनके कमरे में चले गए। उसने यह भी बताया कि इस दौरान वह इंदौर से जिला बदर था, इसलिए डीजीपी के सामने नहीं गया था।

भोपाल में रहकर रहा सक्रिय
इंदौर से जिला बदर होने के बाद वह भोपाल आया। उसने इस दौरान भोपाल में अधिक समय बताया। पुराने शहर में वह ज्यादा सक्रिय रहा। अब्दुल करीम के सहयोग से ही भोपाल के शहजहांनाबाद के रेजीमेंट रोड पर इस संगठन ने अपना राजनीतिक दल का कार्यालय खोल लिया था। यहां पर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इंडिया का कार्यालय बना लिया। इसका प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल रऊफ बनाए गए। रऊफ को भी मंगलवार को पुलिस ने पकड़ लिया है। एटीएस को पूछताछ में यह भी पता चला है कि इस पार्टी ने शाजापुर जिले में हुए नगरीय निकाय के चुनाव में अपने उम्मीदवार भी उतारे थे, इसमें से एक पार्षद का चुनाव भी जीत गया है।